रांची: झारखंड में बालू की कमी से हो रही समस्या पर फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज (Jharkhand Chamber of Commerce and Industries) ने सोमवार को विभागीय सचिव अबुबकर सिद्दिकी को पत्राचार कर मामले में शीघ्र संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
पत्र में कहा गया कि चूंकि एनजीटी (NGT) के गाइडलाइन के तहत दस जून से बालू खनन पर रोक लग जायेगी। अतः आवश्यक है कि इस अल्प अवधि में ही पर्याप्त बालू का भंडारण कर लिया जाय।
अन्यथा बालू के अभाव में आगामी चार माह तक प्रदेश में निर्माण कार्य पूरी तरह ठप हो जायेंगे।
विभागीय सचिव ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा…
मामले की गंभीरता को समझते हुए चैंबर अध्यक्ष धीरज तनेजा (Dheeraj Taneja) ने खान सचिव सिद्दिकी से फोन पर वार्ता कर इसकी पर्याप्त उपलब्धता के लिए कार्रवाई का आग्रह किया जिस पर खान सचिव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब समय नहीं है। मैं इस मामले में कुछ नहीं कर सकता।
चैंबर अध्यक्ष (Chamber President) ने विभागीय सचिव की असमर्थतता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश स्तर पर बनी हुई समस्या पर विभाग द्वारा स्वयं को असहाय बताना हास्यास्पद है।
यदि पिछले पांच सालों से बालू घाटों की नीलामी नहीं हो पाई है तो इसके जिम्मेवार आमजन नहीं बल्कि विभागीय अधिकारी और उनकी गैर-जिम्मेदाराना कार्यशैली है।