Sawan Somvar Vrat : इश्वर के अनेक रूप है… जिसमे से भगवान शिव (Lord Shiva) को सर्वोच्च दर्जा दिया गया है। जो इस सृष्टि के संशालक हैं। सावन का महिना भगवान् भोलेनाथ (Lord Bholenath) को समर्पित है।
जिसमे भक्तगण सावन के महीने में सोमवार का व्रत (Monday Fast) कर भगवान की ओर अपनी आस्था को व्यक्त करते है। और मनचाहे फल की कामना करते हैं।
भक्तजन अपनी किसी भी मनोकामना की पूर्ति के लिए भगवान शिव की उपासना करते हुए शिवलिंग (Shivling) का पूजन करते हैं।
Sawan Somvar के व्रत की सही विधि
प्रत्येक सोमवार को मंदिर जाकर शिव परिवार की धूप, दीप, नेवैद्य, फल और फूलों आदि से पूजा करके सारा दिन उपवास करें। शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाकर उनका दूध से अभिषेक करें।
शाम को मीठे से भोजन करें। अगले दिन भगवान शिव के पूजन के पश्चात यथाशक्ति दान (Charity After) आदि देकर ही व्रत का पारण करें। अपने किए गए संकल्प के अनुसार व्रत करके उनका विधिवत उद्यापन किया जाना चाहिए।
जो लोग सच्चे भाव एवं नियम से भगवान की पूजा, स्तुति करते हैं वह मनवांछित फल प्राप्त करते हैं। इन व्रतों में सफेद वस्त्र धारण करके सफेद चन्दन का तिलक लगाकर ही पूजन करना चाहिए तथा सफेद वस्तुओं के दान की ही सर्वाधिक महिमा है।
कौन सी वस्तुओं को करे दान
बर्फी, सफेद चन्दन, चावल, चांदी, मिश्री, गाय का घी, दूध, दही, खीर, सफेद पुष्पों का दान सायंकाल में करने से जहां मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं वहीं घर में खुशहाली भी आती है।
व्रत में क्या खांए- खीर ,पूरी, दूध दही, चावल। व्रत में नमक नहीं खाना चाहिए। मंत्र उच्चारण – ‘ओम नम: शिवाय,’ के अतिरिक्त चन्द्र बीज मंत्र ‘ओम श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रयसे नम:’ और चन्द्र मूल मंत्र ‘ओम चं चन्द्रमसे नम:’।
व्रत से आपको क्या प्राप्त होगा – मानसिक सुख एवं शांति (Peace of Mind) का प्रसार होगा। व्यापार में वृद्घि होगी, परिवार में खुशहाली आएगी। जिस कामना से व्रत किया जाऐगा वह अवश्य पूरी होगी।