धनबाद: प्रदेश और धनबाद जिले की पुलिस (Police) की कार्यशैली को आए दिन सवाल खड़े होना आम बात हो गई।
लेकिन इस बार मामला ऐसा है कि इसमें झारखंड पुलिस के कई आला अधिकारियों को एक महिला ने कोर्ट में खींच लिया है। हालांकि फिलहाल कोर्ट भी मामले में सुनवाई के किसी के नतीजे पर नहीं पहुंची है।
बताया जा रहा है कि व्यापारियों और डॉक्टरों से रंगदारी मांगने के आरोप में एक साल से जेल में बंद अमन सिंह के सहयोगी यूपी निवासी अभिनव सिंह की मां ज्योति सिंह ने झारखंड के DGP, धनबाद के SSP, DSP के साथ कतरास व पुटकी थाना प्रभारी पर मानवाधिकार हनन का केस कोर्ट में दायर किया है।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम शर्मा की अदालत में दायर मुकदमे में ज्योति सिंह ने इन अधिकारियों पर कार्रवाई करने के अलावा मुआवजे की मांग की है। ज्योति के मामले में दलील सुनने के बाद कोर्ट ने सुनवाई के लिए आगे की तिथि दे दी है।
ज्योति सिंह ने ये भी आरोप लगाए
ज्योति सिंह का आरोप है कि 2021 में ही पुलिस ने अभिनव को शूटर अमन सिंह का सहयोगी बताकर जेल भेज दिया था।
इसके बाद धनबाद जिले की पुलिस भी उस पर झूठे मुकदमे दर्ज करने लगी। साथ ही कोर्ट लगातार रिमांड लेकर उसे उसके अधिकारों से वंचित कर फंसाने की साजिश रची जा रही है।
बता दें कि संविधान के अनुच्छेद 21 के द्वारा हर व्यक्ति को स्वतंत्रता का अधिकार प्राप्त है। ऐसे में कोई भी पुलिस अधिकारी किसी की स्वतंत्रता का हनन नहीं कर सकता।
फिर भी ज्योति सिंह ने पुलिस के आला अधिकारियों पर जिस तरह के आरोप लगाए हैं वह काफी गंभीर हैं। बहरहाल, कोर्ट का निर्णय आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।