पटना: बिहार सरकार(Bihar Government) अब किसानों में मौसम के अनुकूल खेती के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए खरीफ महाभियान प्रारंभ की है।
इसके तहत किसानों को फसलों की तकनीकी जानकारी देगी तथा फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति भी जागरूक करेगी। मौसम के अनुकूल कृषि कार्यक्रम के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने के साथ जैविक खेती को प्रोत्साहन देगी।
कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मौसम अनुकूल कृषि संबंधित खेती वाले गांवों में खरीफ मौसम में 50 हजार किसानों का परिभ्रमण आयोजित किया जाएगा, जिससे मौसम अनुकूल खेती के गुर सीख सके।
इससे पहले 26 मई को सभी जिला मुख्यालय में जिलास्तरीय खरीफ कर्मशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम(District Level Kharif Workshop-cum-Training Program) का आयोजन किया जाएगा।
26 मई को जिलास्तरीय खरीफ कर्मशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
इसी क्रम में 27 मई से 10 जून तक सभी प्रखंड मुख्यालय में प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण सह-उपादान वितरण कार्यक्रम का आयोजन होगा।
उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर प्रथम दिन किसान को कृषि की उन्नत तकनीकी से संबंधित प्रशिक्षण एवं कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के संबंध में जानकारी दी जाएगी। दूसरे दिन कृषि योजनाओं के लिए अनुदान पर उपादान वितरण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि खरीफ की खेती के लिए यूरिया 10.10 लाख टन, डीएपी तीन लाख टन, एमओपी एक लाख लाख टन, एनपीके दो लाख टन और एसएसपी एक लाख टन का आवंटन प्राप्त हुआ है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(Chief Minister Nitish Kumar) ने सोमवार को खरीफ महाभियान 2022 का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने खरीफ महाभियान के तहत सूक्ष्म सिंचाई जागरूकता रथों को हरी झंडी दिखाकर जिलों के लिए रवाना किया।
इन जागरूकता रथों के माध्यम से किसानों को खरीफ फसलों की तकनीकी जानकारी दी जा रही है। जैविक खेती के लिए प्रोत्साहन तथा विशेष दलहन एवं तेलहन बीज वितरण कार्यक्रम का भी प्रचार-प्रसार किया जाएगा।