नई दिल्ली: सोना और चांदी (Gold-Silver) के कारोबार के लिहाज से शुक्रवार को खत्म हुआ कारोबारी सप्ताह फ्यूचर सौदों के लिए जहां तेजी वाला सप्ताह बना, वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में सोने की कीमत में आई मामूली गिरावट के कारण घरेलू बाजार (Domestic Market) में भी हाजिर सौदे के दौरान चमकीली धातुओं की कीमत में मामूली गिरावट दर्ज की गई।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने का अक्टूबर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट
फ्यूचर सौदों के लिहाज से शुक्रवार को Gold की कीमत 1 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गई।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का अक्टूबर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट 51,864 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचकर बंद हुआ।
दूसरी ओर वैश्विक बाजार में हाजिर सौदे में सोने की कीमत 1,800 डॉलर प्रति औंस के उच्च स्तर तक पहुंचने के बाद लुढ़क कर 1,774 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक आ गई।
शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान Delhi सर्राफा बाजार में हाजिर सौदे के दौरान सोने की कीमत में 9 रुपये प्रति 10 ग्राम की सांकेतिक कमजोरी दर्ज की गई।
इस कमजोरी के साथ दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 52,592 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ।
दिल्ली सर्राफा बाजार में हाजिर सौदे के दौरान चांदी की कीमत में भी मामूली गिरावट दर्ज की गई। चांदी 487 रुपये की गिरावट के साथ 58,477 रुपये प्रति किलो के भाव पर बंद हुआ।
दुनिया की Geo-Political परिस्थितियां है
Market Expert मयंक मोहन का मानना है कि सोने के कारोबार के लिए लिहाज से वैश्विक और घरेलू दोनों बाजारों में अब लगातार उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहने वाली है।
इसकी मूल वजह दुनिया की भू-राजनैतिक (Geo-Political) परिस्थितियां हैं। यूक्रेन और रूस (Ukraine-Russia) के बीच जारी जंग के थमने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे।
दूसरी ओर Nancy Polesie के ताइवान दौरे के बाद से ही चीन और America में तनातनी चरम स्तर तक पहुंच गई है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के फाइटर जेट (Fighter Jet) लगातार ताइवान की Air Range का उल्लंघन कर रहे हैं।
जाहिर है कि दुनिया की भू-राजनैतिक परिस्थितियां निवेशकों के हितों के लिहाज से काफी प्रतिकूल है।
ऐसे में सुरक्षित निवेश के लिए एक बार फिर निवेशकों का रुख चमकीली धातु यानी सोने में निवेश करने की ओर हो सकता है।
इसी तरह धामी सिक्योरिटीज के Vice President प्रशांत धामी का कहना है कि सोने का Overall Outlook लगातार अच्छा बना हुआ है।
इस चमकीली धातु की कीमत में मजबूती या तेजी का दौर निकट भविष्य में कभी भी शुरू हो सकता है। हालांकि मुद्रा बाजार में Dollar Index के 105 के स्तर से ऊपर पहुंच जाने के कारण International Market में मुनाफावसूली के आसार बनते नजर आने लगे हैं।
धामी के मुताबिक अगर ऐसा होता है, तो सोना और चांदी (Gold-Silver) की कीमत में प्राथमिक तौर पर कुछ गिरावट आ सकती है।
उसके बाद सोना और चांदी दोनों ही धातुओं की कीमत में तेजी का नया दौर शुरू हो सकता है।