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क्या आपने भी लिया है Loan?, समय पर भुगतान नहीं करने पर जानें कब होता है Auction

नई दिल्ली: बैंक से कर्ज (Loan) लेना आम बात है। हर कोई किसी न किसी अवसर पर Banks से कर्ज लेकर अपने काम को पूरा करता है।

लेकिन उसे चुकता करने की भी एक सीमा निर्धारित (Limits Set ) की जाती है। यदि आप इस तय सीमा के अंदर कर्ज को चुका नहीं देते तो आपको काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

जो लोग कर्ज को समय पर चुका नहीं पाते उनकी बैंक की नजर में साख भी काफी खराब हो जाती है। क्रेडिट स्कोर (Credit Score) पर भी विपरीत असर पड़ता है।

लोग बैंक के कर्ज को चुका नहीं पाते उनके मन में यह सवाल उठता है कि क्या ऐसी स्थिति में Bank उनके संपत्ति को कुर्क करके नीलाम (Auction) कर सकता है। तो आज हम आपको इस बारे में पूरी जानकारी देंगे कि क्या बैंक के पास ऐसा करने की शक्तियां हैं।

कुछ महीनों तक बैंक देता है चेतावनी

सबसे पहले तो यह जान लीजिए यदि लोन समय पर न चुकाया जाए तो क्रेडिट स्कोर (Credit Score) के खराब होने के साथ साथ आपके लिए भविष्य में लोन हासिल करना लगभग असंभव हो जाएगा।

मगर होता यह है कि यदि आप कुछ महीनों तक लोन की EMI अदा न करें तो बैंक की तरफ से शुरुआत में आपको चेतावनी दी जाएगी।

मगर चेतावनी के बाद भी अगर आपने EMI पूरी नहीं कीं तो बैंक की तरफ से आपको डिफॉल्टर घोषित कर दिया जाएगा।

समय पर लोन न चुकाने पर आपको भविष्य में जिन दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, उनमें सख्त नियम और शर्तों के अलावा ऊंची ब्याज दर शामिल है। बैंक आपको ऊंची ब्याज (High Interest) दर पर लोन देगा।

नीलामी से पहले है एनपीए का प्रावधान

बैंक या वो वित्तीय संस्थान (Financial Institution) जिससे आपने लोन लिया हो वो लगातार 3 किस्तों को समय पर अदा न करने के बाद आपको लोन अकाउंट को गैर-निष्पादित संपत्ति यानी NPA मान लेते हैं।

फिर बैंक बकाया राशि की वसूली का प्रयास करते हैं। जो भी डिफॉल्टर हो उसे एक कानूनी नोटिस भेजा जाएगा। उसमें तय समय में बकाया चुकाने को कहा जाएगा।

यदि संपत्ति को रखा है गिरवी तो हो सकता है खतरा

आपको बता दें कि बुनियादी तौर पर लोन दो तरह के होते हैं। एक Secured और दूसरे Unsecured । अनसिक्योर्ड लोन (Unsecured Loan) में आप कुछ गिरवी नहीं रखते।

मगर सिक्योर्ड लोन में आपको संपत्ति गिरवी रखनी होती है और लोन समय पर अदा न करने पर यही संपत्ति खतरे में आ जाती है।

असल में समय पर बैंक को लोन न अदा किया तो अदालत के हस्तक्षेप के बिना ही वो आपकी संपत्ति पर कब्जा कर सकता है। ये बैंक का अधिकार है।

संपत्ति की नीलामी की प्रक्रिया है काफी लंबी

अगर लोन लेने वाला 60 दिनों के बाद भी लोन का भुगतान नहीं करता बैंक उसे इसकी संपत्ति की वैल्यू और नीलामी की तारीख के साथ एक और नोटिस भेजेगा।

हालांकि आमतौर पर बैंकों की तरफ से कर्ज चुकाने के लिए काफी समय दिया जाता है। जहां तक संपत्ति की नीलामी की बात है तो यह एक लंबी प्रक्रिया है।

बैंक इस काम में जल्दी नहीं करते हैं। मगर यदि कानूनी नोटिस और रिमाइंडर (Legal Notices And Reminders) के बाद भी भुगतान न किया जाए तो Bank आपकी संपत्ति की नीलामी कर सकता है। इसलिए जानकार कहते हैं कि लोन लेने से पहले उसे चुकाने की प्लानिंग जरूर कर लेनी चाहिए।

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