गिरिडीह : गिरिडीह जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के महुआर पंचायत (Mahuar Panchayat) में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है।
आरोप है कि सामूहिक दुष्कर्म (Gang Rape) की शिकार हुई एक महिला के परिजनों ने पीड़िता पर ही केरोसिन तेल छिड़ककर आग लगा दी।
पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर घटना में संलिप्त बताए जा रही महिला के पति के भाईयों को हिरासत में लिया है।
परिवार दावा कर रहा है कि लोक-लाज के भय से महिला ने खुद ही आत्मदाह (Self-Immolation) की कोशिश की है। पीड़ित महिला का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
जानकारी के अनुसार, बेंगाबाद थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला ने नगर थाना के अवर निरीक्षक अमित कुमार के समक्ष दिए बयान में कहा है कि वह रात में शौच के लिए निकली थी।
महिला का पति मानसिक रूप से है दिव्यांग
इसी दौरान गांव के ही सुनील चौधरी (Sunil Choudhary) और एक और व्यक्ति ने उसे पकड़ लिया। उसके बाद जबरन उसे घर से कुछ दूरी पर ले जाया गया जहां पर दोनों ने कई बार दुष्कर्म किया।
महिला ने बताया कि उसने किसी तरह से शोर मचाया तो गांव के कुछ लोगों के अलावा उसके पति के दो भाई भी आ गए।
इन लोगों ने दोषियों को सजा देने की बजाए उल्टे पीड़िता के साथ ही मारपीट की। वह इतने पर भी नहीं रुके। इसके बाद महिला के शरीर पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग (Fire) लगा दी गई।
जब वह पूरी तरह आग की लपटों में आ गई तो आवाज सुनकर गांव के कुछ और लोग पहुंचे। किसी तरह उसके शरीर पर लगी आग को बुझाया गया।
हालांकि गंभीर स्थिति को देख उसे धनबाद रेफर (Dhanbad Refer) कर दिया गया है। पीड़िता के मायके वालों ने इंसाफ की गुहारलगाई है, वहीं महिला के ससुराल वालों का कहना है कि महिला को गांव के लोगों ने दो पुरुषों के साथ आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ा था।
इसके बाद वे लोग मौके से लौट आए। सुबह पुलिस को सूचना दिए बगैर गांव के लोगों ने महिला को छोड़ दिया। गुरुवार की सुबह घर पहुंचने के बाद महिला ने खुद लोक-लाज (Public shame) के भय से अपने ऊपर तेल छिड़ककर आग लगा ली।
बहरहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। दावा किया जा रहा है कि महिला का पति मानसिक रूप से दिव्यांग है।