किशनगंज: फर्जी मोबाइल सिम कार्ड (fake mobile sim card) बेचे जाने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मामला 13 वर्ष पूर्व 2009 में प्रकाश में आया था।
मामला कई वर्ष पुराना होने के कारण पुलिस को जांच में थोड़ी परेशानी हो रही है।जांच में पुलिस उन नंबरों की पड़ताल कर रही है जिस सिम को उस वक्त निर्गत किया गया था।
साथ ही जांच में यह भी मामला प्रकाश में आ रहा है कि एक ही डिस्ट्रीब्यूटर के द्वारा 14 ऐसे मोबाइल सिम वितरित किये गये थे जिसमें दस्तावेज किसी और के थे और सिम किसी और को निर्गत किया जाता था।
दस्तावेज किसी और के थे और सिम किसी और को निर्गत
जिसमें गैलेक्सी मोबाइल डिस्ट्रीब्यूटर(Galaxy Mobile Distributor) के द्वारा 14 सिम निर्गत किये गये थे।निशांत टेलीकॉम किशनगंज के द्वारा 9 सिम निर्गत किये गये थे। इसके अलावे भवानी डिस्ट्रीब्यूटर, अंसारी कॉमन्यूकेशन किशनगंज के द्वारा सिम बेचे जाने का मामला प्रकाश में आया है।
इनमें इन्हीं 25 डिस्ट्रीब्यूटर व रिटेलरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवायी गई है। इसके अलावे जिस नाम से सिम निर्गत किये गये थे उन नामों की पुष्टि भी पुलिस की जांच में नहीं हो रही है।
मामला वर्ष 2009 का होने के कारण कई निर्गत सिम बंद होने की संभावना जतायी जा रही है। शनिवार को SP Dr. Inamul Haque Menganu ने जानकारी देते हुए बताया कि फर्जी मोबाइल सिम निर्गत किये जाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।