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झारखंड में यहां आवासीय विद्यालय की छात्राएं डर के साये में पढ़ने और रहने को विवश, जानें क्यों

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हजारीबाग: जिले के चुरचू प्रखंड के चरही में बालिका आवासीय विद्यालय (Girls Residential School) में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है।

परेशान करने वाली बात यह है कि यहां पढ़ने वाली छात्राएं काफी डरी सहमी हुई हैं और ऐसी ही स्थिति में पढ़ने के विवश हो रही हैं।

बताया जा रहा है कि आधी रात को Hostel में एक अनजान व्यक्ति घुस आया। इतना ही नहीं बताया जा रहा है कि उसने एक छात्रा का मुंह भी हाथ से दबा लिया।

हालांकि छात्रा ने उसके हाथ में दांत से काटकर और शोर मचाकर अपने आपको बचाया। छात्राओं ने बताया उस अनजान व्यक्ति गलत नीयत से छात्रावास में घुसा था।

छात्राओं ने रात में ही वार्डन को दी घटना की जानकारी

इस घटना की जानकारी छात्राओं ने रात में ही वार्डन को दी। लेकिन Warden ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। वार्डन ने छात्राओं से कहा कि तुमलोग उक्त घटना की चर्चा शिक्षक या अपने अभिभावक से मत करना तुम्ही लोग अपने जान-पहचान वाले को रात में बुलाती होगी।

रात में छात्रावास के तीन मंजिले पर अज्ञात व्यक्ति रस्सी के सहारे आया था। छात्रा ने बताया कि उक्त व्यक्ति के हाथ में सीमेंट लगा हुआ था।

उक्त घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विद्यालय में बन रहे निर्माणाधीन भवन में कार्यरत मजदूर को पकड़ कर उससे पूछताछ कर रही है।

घटना की जांच करने SDPO अनुज उरांव थाना प्रभारी देवेन्द्र कुमार, ASI रंजन कुमार, बुधुवा तुर्की सहित पुलिस के जवान उपस्थित थे।

थाना में लिखित शिकायत नहीं करने पर अभिभावकों में वार्डन के खिलाफ नाराजगी

गुरुवार को छात्राओं के अभिभावकों ने उक्त घटना के विरोध में विद्यालय के गेट के समक्ष जमकर हंगामा किया। अभिभावकों का आरोप है कि विद्यालय में हमारी बच्चियां सुरक्षित नहीं है।

इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी वार्डन ने इस संबंध में लिखित रूप से कोई आवेदन क्यों नहीं दिया? बच्चियों के द्वारा लिखे गए आवेदन को अभिभावकों ने थाना और उपायुक्त को दिया है।

विद्यालय की वार्डन छात्राओं की बात नहीं सुनती। विद्यालय में पढ़ाई, पानी, बिजली, खाना की समुचित व्यवस्था नहीं है।

रात में कट जाती है बिजली

रात में बिजली कट जाने पर बच्चियां चाह कर भी अपनी पढ़ाई नहीं कर पाती है। अभिभावकों की मांग है कि विद्यालय की वार्डन ज्योति कुमारी, एकाउंटेंट सह Computer Operator प्रेमचंद कुमार दास और सहायक शिक्षिका संतोषी कुमारी को अक्लिंब हटाया जाए।

अगर सरकार और प्रशासन ऐसा नहीं करती है तो बच्चियों के साथ किसी भी तरह की अप्रिय घटना की पूरी जवाब देही सरकार और प्रशासन की होगी।

इस बाबत अभिभावकों ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, चरही पुलिस से लिखित रूप से न्याय की गुहार लगाई है। बहरहाल, इस तरह की घटना हर छात्रा डरी हुई है। लोगों का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था (security system) नहीं रहने के चलते इस घटना हुई है।

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