रांची: कडरू डीएवी कपिलदेव स्कूल (DAV Kapildev School) के महिला कर्मचारी से चुम्मा मांगने वाले प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है।
फिलहाल प्रिंसिपल मनोज कुमार सिन्हा फरार है और पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है।
इस मामले का पूरा ऑडियो और वीडियो सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई है। पीड़ित महिला कर्मचारी का कोर्ट में बयान भी दर्ज किया गया है।
बताया जा रहा है कि प्रिंसिपल बिहार के जमुई जिले का रहना वाला है। उस पर आरोप है कि वह महिला नर्सिंग स्टाफ को अपने चैंबर बुलाता और बीपी जांच के बहाने उससे अश्लील हरकत करता था।
महिला को गंदी नीयत से देखना और उसके शरीर को हाथ लगाना उसकी आदत में शुमार था।
16 पेज के व्हाट्सएप मैसेज में भरे हैं अश्लील कमेंट
प्रिंसिपल ने नर्स को अश्लील वॉट्सऐप मैसेज भेजे हैं। 16 पेज इन मैसेज में होटल में बुलाने और बात नहीं मानने पर अंजाम भुगतने की धमकी देने का जिक्र है।
प्रिंसिपल नर्स को नौकरी से बाहर निकालने की भी धमकी दे रहा था। प्रिंसिपल ये भी कह रहा है कि मैं वीडियो कॉल कर रहा हूं और तुम अवॉइड कर रही हो। पीड़िता ने रांची के अरगोड़ा थाने में दर्ज कराई एफआईआर में भी इस वॉट्सऐप चैट का जिक्र किया गया है।
रामगढ़ में भी यौनशोषण का लग चुका है आरोप
बताया जा रहा है कि प्रिंसिपल पर पहले भी आरोप लग चुके हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर पुलिस में मामला दर्ज नहीं होने के चलते उस समय कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
डीएवी ग्रुप के पुराने कर्मी बताते हैं कि सिन्हा ने अपना करियर रामगढ़ जिले के गिद्दी इलाके के डीएवी से शुरू किया था।
वहां भी इनके ऊपर यौन शोषण के आरोप लगे, लेकिन वहां से इनका दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया गया।
डीएवी कपिलदेव सूत्रों ने बता कि मनोज सिन्हा अपनी पावर की धौंस देकर कर्मचारियों को डरा कर रखता था। आवाज उठाने वालों को नौकरी से निकाल देने की धमकी भी देता था।
मनोज सिन्हा झारखंड जोन एफ का सहायक क्षेत्रीय पदाधिकारी है। इस जोन में रांची, जमशेदपुर और खूंटी जिले के 10 महत्वपूर्ण डीएवी स्कूल आते हैं।