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झारखंड : जिला प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में बंद रहा खूंटी, हटाए गए महावीरी झंडे, बैनर और पोस्टर

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खूंटी: रामनवमी की मंगलवारी जुलूस पर स्थानीय भट्ठी रोड में एक खास समुदाय के लोगों द्वारा पथराव और दूसरे दिन बुधवार को भी रामभक्तों पर हुए हमले को लेकर जिला प्रशासन के दोहरे और असहयोगात्मक रवैये के विरोध में खूंटी शहर शुक्रवार को बंद रहा।

जैसे ही लोगों को प्रशासन की कार्रवाई का पता चला वैसे ही लोगों ने स्वेच्छा से दुकानें बंद कर दीं।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि अनुमंडल दंडाधिकारी सैयद रियाज अहमद बहुसंख्यक समुदाय के खिलाफ जानबूझकर एकतरफा कार्रवाई कर रहे हैं।

प्रबुद्ध नागरिकों और रामनवमी महासमिति के पदाधिकारियों का कहना है कि उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई बैठक में सभी बातों को भूलकर सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में त्योहार मनाने का निर्णय हुआ था, तो बहुसंख्यक समुदाय के 54 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करने और पांच सौ अज्ञात लोगों को आरोपित बनाने में प्रशासन की मंशा क्या है।

इस संबंध में केंद्रीय रामनवमी महासमिति के महामंत्री जितेंद्र कश्यप का कहना है कि अभी केंद्रीय समिति की बैठक चल रही है। उपायुक्त भी बैठक में आने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन रामभक्तों पर दर्ज मामले को वापस लेता है, तो खूंटी में रामनवमी बनायी जायेगी अन्यथा खूंटी अनिश्चित काल के लिए बंद हो जायेगा।

हटाए गए महावीरी झंडे, बैनर और पोस्टर

खूंटी प्रशासन के रवैये से नाराज पूजा मंडलियों ने श्रीराम जन्मोत्सव की सजावट के लिए लगाए गए बैनर पोस्टर को उतारना शुरू कर दिया है।

सार्वजनिक रामनवमी पूजा समिति भगत सिंह चौक ने चौक-चौराहों पक लगे बैनर पोस्टर को उतारा।

समिति के अध्यक्ष रूपेश जायसवाल ने कहा कि समिति ने श्रीराम जन्मोत्सव मनाने की पूरी तैयारी कर ली थी।

दूसरे राज्यों से ताशा वालों और कलाकारों को बुलाने की योजना थी लेकिन प्रशासन के रवैये के विरोध स्वरूप भारी मन से यह कदम उठाया जा रहा है।

क्या है मामला

पांच अप्रैल की शाम को मंगलवारी जुलूस के दौरान भट्ठी रोड पर दूसरे समुदाय के लोगों ने पथराव किया था। इसके विरोध में रामनवमी महासमिति ने जिले में बुधवार को खूंटी जिला बंद का आह्वान किया था।

बुधवार को स्थानीय लोग बंद का सफल बनाने के लिए सड़कों पर निकले। भट्ठी रोड के पास उन लोगों पर दूसरे समुदाय द्वारा फिर से हमला कर दिया गया।

इस मामले में प्रशासन ने बहुसंख्यक समुदाय के 54 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और अन्य पांच सौ लोगों को भी आरोपित बनाया है।

शनिवार को धरना देंगे नीलकंठ

पथराव की घटना को लेकर प्रशासन की गलत कार्रवाई के विरोध में खूंटी के विधायक और राज्य के पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा शनिवार को खूंटी में धरना देंगे।

धरने में केंद्रीय रामनवमी महासमिति के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल होंगे।

इस संबंध में शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायक मुंडा ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन के ढुलमूल रवैये के कारण खूंटी का माहौल बिगड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन नहीं चाहता कि खूंटी में अमन-चैन कायम रहे और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में त्योहार मने।

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