रांची: ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते टीम (Operation Nanhe Farishte Team) के अधिकारियों ने दो नाबालिग लड़कियों को मानव तस्करों के चंगुल में जाने से बचा लिया।
दोनों किशोरियों की पहचान अमीषा केरकेट्टा (17) और एलिसावा कंडुलना (16) के रूप में हुई है। दोनों किशोरियां सिमडेगा जिला (Simdega District) की रहने वाली हैं।
अमीषा केरकेट्टा कोलेबिरा थाना क्षेत्र की रहने वाली है, जबकि एलिसावा कंडुलना जलडेगा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। दोनों को नन्हे फरिश्ते और आरपीएफ पोस्ट Ranchi के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने इन्हें ट्रेन संख्या 12817 (हटिया-आनंद विहार) में Checking के दौरान दो नाबालिग लड़कियों को बैठे देखा।
CWC ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए प्रेमाश्रय Ranchi को सौंप दिया
ट्रेन के जेनरल डिब्बा (General Box) में बैठी इन दोनों लड़कियों से नन्हे फरिश्ते की टीम ने पूछताछ की। दोनों ने अपना नाम और पता बताया। दोनों लड़कियों ने बताया कि वह घरेलू काम की तलाश में नयी दिल्ली जा रही हैं।
इसके बाद उन्हें ट्रेन से उतार लिया गया। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) को इसकी सूचना दी गयी। CWC ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए प्रेमाश्रय Ranchi को सौंप दिया।
इस सराहनीय कार्य में रेलवे सुरक्षा बल Ranchi की निरीक्षक सुनीता पन्ना, उपनिरीक्षक सुनीता तिर्की, प्रधान आरक्षी ललिता कुमारी और आरक्षी पी कच्छप की अहम भूमिका रही।
उल्लेखनीय है कि झारखंड में बड़े पैमाने पर मानव तस्करी की घटनाएं होती हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के हालिया आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2021 में कुल 92 मामले दर्ज किये गये। इससे पहले वर्ष 2020 में 140 Case दर्ज किये गये थे।
वर्ष 2019 में कुल 177 मानव तस्करी के मामले सामने आये थे। आंकड़े बताते हैं कि मानव तस्करी के मामलों में कमी आ रही है।