रांची: रांची में स्मार्ट पुलिसिंग और कम्यूनिटी पुलिसिंग (Smart Policing and Community Policing) के दावे खोखले नजर आते हैं। चूंकि यहां ASI स्तर के पुलिसकर्मी भी मनमानी करते हैं।
ऐसा ही मामला पिठोरिया थाने में दर्ज एक केस के Charge sheet जमा करने को लेकर सामने आया है। जिसमें ASI ने पिछले नौ महीने से चार्जशीट को अपने कब्जे में कर रखा है।
वे कोर्ट को जमा नहीं कर रहे हैं। जमा करने के लिए चढ़ावा की मांग करने का आरोप लगा है। इसे लेकर रांची के SSP Kishor Kaushal से शिकायत की गई है।
शिकायत पिठोरिया की रहने वाली रीना देवी ने की है। जिसमें बताया है कि IPC की धारा 341, 323, 325, 324, 307, 354, 34 के तहत एक केस दर्ज कराया था। इसके अनुसंधानकर्ता एएसआई अरविंद त्रिपाठी हैं।
इन्हें वरीय पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा केस पर चार्जशीट समर्पित करने का आदेश दिया गया है। आदेशानुसार चार्जशीट संख्या 157/21 बीते 11 नवंबर को ही थाना से निर्गत हो गया।
लेकिन वह कोर्ट (Court) नहीं पहुंचा। बल्कि इस चार्जशीट को उन्होंने अपने कब्जे में ही रखा है। वे ऐसा केस के आरोपियों के पूर्वाग्रह में कर रहे हैं।
जानबूझकर केस लटकाने का आरोप
शिकायत दर्ज कराने वाली रीना के अनुसार ASI Arvind Tripathi ने पिठोरिया थाना कांड संख्या 10/2021 को भी अभियुक्तों के पूर्वाग्रह में पेंडिंग रखा है।
इंज्यूरी रिपोर्ट (Injury report) के नाम पर वे केस को जानबूझकर लटकाए हैं। चूंकि यह कांड रीना के पति के उपर झूठे आरोप में दर्ज करवाया गया था।
इस पर आगे की कार्रवाई के लिए कई तरह के खर्च होने की बात कहकर चढ़ावा की मांग करते हैं। इस पूरे मामले में पीड़िता ने SSP से कार्रवाई का अनुरोध किया है।