जमशेदपुर : झारखंड में एकलव्य मॉडल स्कूलों (Eklavya Model Schools) में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया (Teachers Recruitment Process) को प्रारंभ कर दिया गया है। इन स्कूलों में कक्षा 6 से 12 तक के आदिवासी विद्यार्थियों की पढ़ाई की व्यवस्था है। यह आवासीय विद्यालय हैं।
नियुक्ति केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्रालय की ऑटोनोमस इकाई नेशनल एजुकेशन सोसाइटी फॉर ट्राइबल स्टूडेंट (NESTS) की ओर से की जा रही है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार (Central government) की योजना और प्रोजेक्ट के मुताबिक, झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में 22 नए एकलव्य मॉडल स्कूल खोले जाने हैं।
20,000 से अधिक आदिवासी आबादी वाले प्रत्येक ब्लॉक में ऐसा एक स्कूल खोला जाना है। जानकारी के अनुसार, अभी तीन ऐसे स्कूल ही फंक्शनल हैं, जबकि 19 नॉनफंक्शनल।
कहां-कहां हैं तीन स्कूल
पूर्वी सिंहभूम जिले में एक (एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय पुरनापानी बहरागोड़ा) पहले से संचालित है, जबकि पश्चिमी सिंहभूम में दो स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। सरायकेला-खरसावां में फिलहाल एक भी एकलव्य स्कूल नहीं है, लेकिन यहां तीन एकलव्य मॉडल स्कूलों को शुरू किया जाना है।
पहले चरण में 2266 शिक्षकों की नियुक्ति
पहले चरण में इसके लिए 2266 शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। शिक्षकों के साथ-साथ एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (Eklavya Model Residential Schools) के लिए प्रिंसिपल भी नियुक्त किए जा रहे हैं।
देशभर में मौजूद 452 स्कूलों के लिए की जा रही है। इसमें कोल्हान के 22 स्कूल भी शामिल हैं। नियुक्ति के लिए 31 जुलाई तक आवेदन लिए जा रहे हैं।
शिक्षकों व प्रिंसिपल (Teachers and Principal) के पद के अलावा 361 अकाउंटेंट, 759 जूनियर सेक्रेटेरिएट एसिस्टेंट व 373 लैब एटेंडेंट की भी नियुक्ति की जा रही है। इस तरह से कुल 4062 पदों पर नियुक्ति होगी।