सिमडेगा: सावन के अंतिम सोमवारी (last monday) के अवसर पर हजारों की संख्या में महिला पुरुष कांवड़ियों का जनसैलाब शिवालयों में उमर पड़ा।
शहरी क्षेत्र के नीचे बाजार नवयुवक संघ दुर्गा पूजा पंडाल परिसर में कांवड़ यात्रा कार्यक्रम (Kanwar itinerary) का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से लगभग 3000 से भी ज्यादा की संख्या में महिला पुरुष कांवड़ियों का जनसैलाब उमड़ा।
मंदिर परिसर (Temple complex) में ही कांवरियों को भोजन कराया गया। इसके बाद देर रात तक कांवड़ियों का हुजूम शिव भक्ति गीतों पर झूमते नाचते गाते रहे।
इसके बाद लगभग चार बजे कई वाहनों से सभी कांवरियों को शहरी क्षेत्र से आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित शंख नदी पहुंचाया गया।
शिव भक्ति के गीतों पर कांवरिया झूमते नाचते रहे
शंख नदी तट पर दो नदियों के संगम स्थल से पूरे विधि विधान के साथ कांवरियों के द्वारा जल कलश में भरा गया।
इसी दौरान 30 फीट और 21 फीट का दो कांवड़ भी कांवड़ियों के द्वारा शंख नदी से लाया गया।
कांवड़ में बड़े-बड़े कलशों में जल भरकर बोल बम के नारों के साथ शंख नदी से कांवरियों की टोली निकली।
पूरे रास्ते में शिव भक्ति के गीतों पर कांवरिया झूमते नाचते रहे। हर हर महादेव (Har Har Mahadev) और बोल बम के नारों से पूरा इलाका गुंजायमान रहा।