गिरिडीह: प्रज्ञा केंद्र और मिनी बैंक संचालक संतोष राम से लूटपाट मामले में तीन अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं। इनके पास से लूट की राशि बरामद की गयी है। इसके साथ-साथ हथियार भी बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने एक देशी कट्टा के साथ दो जिंदा कारतूस और लूटे गए छह लाख में से 71 हजार नकद रुपए भी बरामद किए गए हैं।
हालांकि इस घटना में अपराधियों के साथ बगोदर के एक मुखिया की भूमिका भी प्रज्ञा केंद्र संचालक से लूटकांड में शामिल होने की बात सामने आई है। फिलहाल मुखिया पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
गिरफ्तार अपराधियों में बगोदर थाना के बुधाचांच निवासी रमेश यादव, हजारीबाग के बिश्नुगढ़ के चक्चुको गांव निवासी शिवनारायण महतो और अजय महतो शामिल है।
शनिवार को पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता कर एसपी अमित रेनू, पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश सिंह और बगोदर थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने बताया कि तीनों का आपराधिक इतिहास है।
पेट्रोल पंप को भी लूटने का प्रयास किया था
रमेश, शिवनारायण और अजय महतो ये तीनो ही बगोदर के उमेश गिरी गिरोह से जुड़े हुए है, जो नक्सली संगठन के नाम पर वसूली करता है।
रमेश के खिलाफ विष्णुगढ़ के साथ बगोदर थाना में आर्म्स एक्ट के चार केस दर्ज है। जबकि शिवनारायण के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तीन मामले बगोदर और लूट के मामले दर्ज है।
इसी तरह अजय महतो के खिलाफ भी सरिया थाना में लूट और बगोदर थाना में आर्म्स एक्ट के केस दर्ज है।
उल्लेखनीय है कि बीते 18 अप्रैल को बगोदर के धरगुल्ली में एक प्रज्ञा केंद्र के संचालक संतोष से पिस्तौल का भय दिखाकर छह लाख लूट हुई थी।
उसी दिन देर शाम को इन तीनों अपराधियों ने बगोदरडीह के एक पेट्रोल पंप को भी लूटने का प्रयास किया था।