रांची: झारखंड की राजनीति (Jharkhand politics) पल-पल में करवट बदल रही है। सियासी संकट के बीच सत्तारूढ़ दलों के विधायकों को रायपुर ले जाया गया है।
JMM, कांग्रेस और RJD के विधायकों को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) ले जाया गया है। उन्हें छत्तीसगढ़ ले जाने के लिए Indigo की 72 सीटर फ्लाइट (ATR-72) बुक करायी गयी है। बताया जा रहा है कि रायपुर के मेफेयर गोल्फ रिसोर्ट (Raipur Mayfair Golf Resort) में 30-31 दो दिन के लिए सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गयी है। बताया जा रहा है कि दो बस में कुल 35 लोग एयरपोर्ट पहुंचे।
बस में CM हेमंत सोरेन के अलावा अविनाश पांडेय और राजेश ठाकुर भी मौजूद थे। कुल 35 से 32 विधायक थे। हालांकि, खुद हेमंत सोरेन रायपुर नहीं गए हैं। वह विधायकों को विदा करके एयरपोर्ट से बाहर आ गए हैं।
रांची एयरपोर्ट से इंडिगो का विमान विधायकों को रायपुर के लिए उड़ान भर चुकी है। रायपुर में शानदार रिजॉर्ट विधायकों की स्वागत को तैयार है। बताया गया है 72 सीटर Indigo का यह विमान शाम पांच बजे रांची एयरपोर्ट पर पहुंचा।
विधायक क्यों जा रहे हैं रायपुर ?
हेमंत सोरेन के खिलाफ पत्थर खनन लीज आवंटन (stone Mining Lease Allotment) मामले में चुनाव आयोग सुनवाई पूरी करके अपनी सिफारिश राज्यपाल को भेज चुका है। माना जा रहा है कि ऑफिस ऑफ फ्रॉफिट केस में हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की सदस्यता जा सकती है और इस वजह से उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है। इस बीच महागठबंधन को टूट का डर भी सता रहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा भाजपा पर विधायकों को तोड़ने के प्रयास का आरोप लगा रही है। ऐसे में कुनबा सुरक्षित करने के लिए विधायकों को कांग्रेस शासित प्रदेश में शिफ्ट किया जा रहा है।
भाजपा काला अध्याय लिखने का काम कर रही : बन्ना गुप्ता
मुख्यमंत्री आवास पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है। BJP काला अध्याय लिखने का काम कर रही है। BJP के पास कोई मुद्दा नहीं है। हम बहुत मजबूत हैं और एकजुट हैं। जिस तरह से BJP गैर-BJP सरकारों को डिस्टर्ब करने में लगी है, ऐसे में आत्मरक्षा के लिए विधायकों को कहीं ले जाना गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा CBI, ED, IT का इस्तेमाल करके हमेशा गैर-BJP शासित राज्यों को डिस्टर्ब करती है और तो और विधायकों को तोड़ने में भी लगी रहती है। हम जो भी कदम उठ रहे हैं, वह आत्मरक्षा के लिहाज से उठा रहे हैं।
बंधु तिर्की की बेटी और मांडर की कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि निर्वाचन आयोग की ओर से भेजे गये लिफाफे में क्या है, इसका राज्यपाल खुलासा नहीं कर रहे हैं। इसकी वजह से राज्य में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।
विपक्ष उसे हवा दे रहा है। शिल्पा नेहा तिर्की ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास से उन्हें बुलाया गया है। इसलिए आये हैं। अब क्या मामला है, उसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
उल्लेखनीय है कि 27 अगस्त को भी ऐसी ही चर्चा थी कि UPA विधायकों को छत्तीसगढ़ ले जाया जा सकता है। हालांकि, उस दिन तीन वॉल्वो बसों से यूपीए के विधायक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ खूंटी जिला के कर्रा प्रखंड स्थित लतरातू डैम पहुंचे थे। यहां कुछ घंटे की पिकनिक मनाने के बाद सभी विधायक देर शाम रांची लौट आये। चर्चा थी कि खूंटी, नेतरहाट होते हुए सभी विधायक छत्तीसगढ़ चले जायेंगे।