लंदन: ब्रिटेन में कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्यों ने भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) को खासा झटका दिया है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris johnson) का स्थान लेने के लिए हुए चुनाव में ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस ने सुनक को हरा दिया है। अब ट्रिस ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनेंगी।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद ब्रिटेन में कंजर्वेटिव पार्टी का नया नेता चुनने की दौड़ में बचे पूर्व वित्त मंत्री व भारतीय मूल के ऋषि सुनक और वर्तमान विदेश मंत्री लिज़ ट्रस (Liz truss) के बीच मुकाबला था।
ब्रिटेन की सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के एक लाख साठ हजार मतदाताओं में से 57 प्रतिशत ने लिज ट्रस को समर्थन दिया। 43 प्रतिशत लोग ऋषि सुनक के साथ थे।
इससे यह भी स्पष्ट है कि ऋषि सुनक ने इस चुनाव में कड़ी टक्कर दी। लिज ट्रस को कंजर्वेटिव पार्टी (Conservative party) के पिछले कुछ नेताओं की तुलना में सर्वाधिक कठिन प्रतिस्पर्द्धा का सामना करना पड़ा और उन्हें अन्य विजेताओं की तुलना में कम समर्थन मिला। इससे पहले बोरिस जॉनसन को 66 प्रतिशत, डेविड कैमरून को 68 प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन मिला था।
2010 में ट्रस पहली बार सांसद चुनी गईं
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी में सफल हुई ट्रस की जिंदगी भी काफी रोचक है। ट्रस इस समय ब्रिटेन की विदेश मंत्री हैं।
सरकारी स्कूल में पढ़ी 47 साल की ट्रस के पिता गणित के प्रोफेसर और मां एक नर्स थीं। लेबर पार्टी समर्थक परिवार से आने वाली ट्रस ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (University of Oxford) से दर्शन शास्त्र, राजनीति शास्त्र और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की है। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ समय के लिए अकाउंटेंट के रूप में भी काम किया।
इसके बाद वह राजनीति में आ गईं। सबसे पहला चुनाव उन्होंने पार्षद का जीता था। परिवार लेबर पार्टी का समर्थक था लेकिन ट्रस को कंजर्वेटिव पार्टी की विचारधारा पसंद आई।
2010 में ट्रस पहली बार सांसद चुनी गईं। ट्रस शुरुआत में ब्रिटेन को यूरोपीय यूनियन (European Union) से अलग होने के मुद्दे खिलाफ थीं। हालांकि, बाद में वे ब्रेग्जिट के हीरो बनकर उभरे बोरिस जॉनसन के समर्थन में आ गईं।