नई दिल्ली: मुफ्त की राजनीति पर छिड़ी बहस के बीच गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री (CM) ने केन्द्र सरकार की वित्तीय व्यवस्था में गड़बड़ होने की बात कही थी।
इसका जवाब देते हुए केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने CM को मुफ्त की राजनीति पर छिड़ी बहस को भटकाने का आरोप लगाया है। उन्होंने मुफ्त (Free) की राजनीति पर बहस की चुनौती भी दी है।
दिल्ली के Chief Minister Arvind Kejriwal ने आज Video संदेश में आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की वित्तीय व्यवस्था में गड़बड़ है।
उन्होंने कहा कि सरकार भारी मात्रा में Tax एकत्र कर रही है लेकिन वह मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सुविधाएं देने के खिलाफ है।
CM Kejrival ने आरोप लगाया कि
CM Kejrival ने आरोप लगाया कि सरकार जनता को बुनियादी सुविधाएं दिए जाने का विरोध कर रही है और बड़े उद्योगपतियों के ऋण माफ (Loan Waiver) कर रही है। साथ ही केजरीवाल ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की थी।
ने कहा Kejrival कि पेट्रोल और डीजल पर Tax 1,000 करोड़ रुपये से अधिक है। सरकार अब कह रही है कि सभी मुफ्त चीजें खत्म होनी चाहिए। केंद्र का सारा पैसा कहां गया?
इसके जवाब में वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने आरोप लगाया कि दिल्ली के CM Free की राजनीति पर छिड़ी बहस को गलत दिशा में ले जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा को Free राजनीति के विषय से जोड़कर केजरीवाल लोगों के मन में डर पैदा कर रहे हैं।
बुनियादी सुविधा को नकारा नहीं जा सकता
सीतारमण ने कहा कि कल्याणकारी देश होने के नाते Education and Health जैसी बुनियादी सुविधा को नकारा नहीं जा सकता। यह सरकार की प्राथमिकता है।
किसान या MSME को एक सीमा तक मुफ्त देने से भी किसी को एतराज नहीं है। लेकिन सभी को Free Electricity के लिए राज्यों के पास इतना राजस्व हो वे इसका प्रावधान कर सके।
मामले पर BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी प्रेस वार्ता कर केजरीवाल पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने मनरेगा के फंड में 25 फ़ीसदी की कटौती और आठवें वित्त आयोग के मुद्दे पर झूठ बोला है।
भाटिया ने कहा कि CM ने 8 लाख नौकरियां देने का वादा किया था और 500 नए स्कूल खोलने की बात कही थी लेकिन दोनों ही वादे पूरा करने वे विफल रही हैं।