नई दिल्ली: संसद का मानसूत्र सत्र (Monsoon Session) तय अवधि से पहले ही सोमवार को समाप्त हो गया।
इसके साथ ही सत्रहवीं लोकसभा (Lok Sabha) के नौवें सत्र का समापन हो गया और Lok Sabha की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा करते हुए कहा कि मानसून सत्र में सदन में कुल 16 बैठकें हुईं और सदन की उत्पादकता 48 प्रतिशत रही।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द को 23 जुलाई को संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में विदाई दी
Birla ने कहा कि मानसून सत्र 18 जुलाई, 2022 को आरंभ हुआ था तथा 8 अगस्त, 2022 को संपन्न हुआ। इस दौरान 18 जुलाई को 4 नए सदस्यों ने शपथ ली।
संसद के दोनों सदनों के सदस्यों ने भारत के निवर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द (President Ram Nath Kovind) को 23 जुलाई को संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में विदाई दी ।
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) का शपथ ग्रहण समारोह संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में ही 25 जुलाई को आयोजित किया गया।
वर्तमान Monsoon Session में सभा की उत्पादकता 48 % रही
Birla ने आगे कहा कि इस सत्र में कुल 16 बैठकें हुई जिनकी कुल अवधि 44 घंटे और 29 मिनट रही। वर्तमान Monsoon Session में सभा की उत्पादकता 48 % रही। इस सत्र के दौरान सभा द्वारा महत्वपूर्ण विधायी एवं अन्य कार्य किए गए।
6 सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए तथा कुल मिलाकर 7 विधेयक पारित किए गए।
पारित किए गए कुछ महत्वपूर्ण विधेयक में भारतीय अंटार्कटिक विधेयक-2022, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक-2022, वन्य जीव (संरक्षण) संशोधन विधेयक-2022 तथा केन्द्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक-2022 शामिल है।
बिरला (Birla) ने बताया कि वन्य जीव (संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2022 पर 5 घंटे 05 मिनट तक चर्चा चली जिसमें 39 सदस्यों ने भाग लिया।
मंत्री (Minister) के उत्तर के बाद विधेयक को सदन द्वारा पारित किया गया। सत्र के दौरान माननीय सदस्यों ने नियम 377 के अधीन 318 मामले तथा अविलंबनीय लोक महत्व के 98 मामले उठाए।
सत्र के दौरान 46 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए
लोकसभा अध्यक्ष (Speaker) ने आगे कहा कि संसद की स्थायी समितियों ने सभा में 41 प्रतिवेदन प्रस्तुत किए ।
सत्र के दौरान 46 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर (Oral Answer) दिए गए । मंत्रियों द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर कुल 47 वक्तव्य दिए गए जिनमें 2 वक्तव्य उत्तरों में सुधार से संबंधित थे तथा 3 वक्तव्य संसदीय कार्य मंत्री द्वारा सरकारी कार्य के संबंध में दिए गए । सत्र के दौरान, सम्बद्ध मंत्रियों द्वारा 1641 पत्रों को सभा पटल पर रखा गया ।
सभा में मूल्य वृद्धि और भारत (India) में खेलों को बढ़ावा दिये जाने की आवश्यकता और इस संबंध में सरकार (Govt.) द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में नियम 193 के अंतर्गत दो अल्पकालिक चर्चाएं भी की गईं।
उल्लेखनीय है कि मानसून सत्र (Monsoon Session) 18 जुलाई से शुरू हुआ था और इसके 12 अगस्त तक चलने की अवधि तय थी।
किन्तु 9 अगस्त मुहर्रम और 11 अगस्त को रक्षा बंधन होने के कारण यह समय से पहले स्थगित कर दिया गया।