रांची: रांची के पंडरा ओपी क्षेत्र के जनकनगर में हुए डबल मर्डर (भाई-बहन) (double murder) मामले में नया खुलासा हुआ है।
इसके बाद से हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि उसके साथ पहले पढ़ाई चुके लड़के ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है।
आरोपी अर्पित (Arpit) रातू के आनंदमयी नगर का रहने वाला है। यह भी बताया जा रहा है कि वारदात के समय उसके साथ और कोई नहीं था।
खुलासा हुआ है कि 17 जून की रात अर्पित अपनी दोस्त श्वेता के साथ ही था। लेकिन सुबह होने पर लकड़ी की मां ने उसे देख लिया और धमकी देने लगी। इसी बीच उसने चंदा देवी पर हमला कर दिया था। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
बेटे पर भी किया हमला
बताया जा रहा है कि शोर सुनकर चंदा का बेटा प्रवीण भी वहां आ धमका तो यह देखकर अर्पित ने उस पर भी चाकू और मूसल से प्रहार कर उसकी हत्या (Murder) कर दी।
मां और भाई को गिरा देखकर श्वेता घबरा गई और अपने प्रेमी से उलझ गई। इससे घबराकर वह अर्पित ने श्वेता की भी हत्या कर दी और दीवार कूदकर फरार हो गया।
चूंकि पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है। ऐसे में FSL जांच में यह पता चला है कि घटना स्थल पर परिवार के सदस्यों के अलावा मात्र एक ही व्यक्ति के फुटप्रिंट (footprint) मिले हैं। इसी आधार पर यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि वारदात में सिर्फ एक ही व्यक्ति शामिल था।
आरोपी ने बदली जगह, बिलासपुर में दोस्त को रांची पुलिस ने पकड़ा
अर्पित का लोकेशन छत्तीसगढ़ स्थित बिलासपुर मिलने के बाद पुलिस की एक टीम वहां पहुंची। पर पहुंचने से पहले ही अर्पित ने अपना लोकेशन बदल दिया था।
पुलिस ने आरोपी के उस दोस्त को पकड़ लिया है, जिसके घर में वह शरण लिए हुए था। आरोपी के दोस्त से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है और अर्पित के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।
इधर, आरोपी अर्पित के पिता सुधीर कुमार और मां को भी पंडरा (Pandera) थाने में रखा गया है जहां पुलिस लगातार पूछताछ करते हुए आरोपी के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।
घर में ठहरे दोस्त को फोन कर मां से बात की
वारदात को अंजाम देने के बाद बिलासपुर से रांची आए दोस्त को फोनकर घटना की जानकारी दी। दोस्त उसके घर पर ही रुका था।
उसी के मोबाइल से मां से बात की। मां से कहा कि एक बैग में उसके कपड़े भरकर दोस्त को दे। दोस्त सड़क पर आया, जहां से वह दोस्त के साथ ही रांची (Ranchi) से ट्रेन पकड़कर बिलासपुर भाग गया।
अर्पित ने अपने दोस्त को 17 जून की देर रात यह कहकर निकला था कि वह अपनी प्रेमिका से मिलकर वापस लौट आएगा। लेकिन, वह नहीं लौटा।
वहीं पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि वारदात के वक्त अर्पित के मोबाइल की लोकशन भी वारदात की जगह थी।
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ता दें कि 18 जून की अलसुबह चंदा देवी पर पहले हमला करने के बाद श्वेता और उसके भाई प्रवीण की हत्या कर दी गई थी।
घर के दरवाजे से बहते खून को देखकर एक पड़ोसी ने इसकी सूचना रिश्तेदारों को दी थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी।
हालांकि उसी दिन से पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इस मामले में चंदा के बयान पर रोहन नामक युवक को पुलिस (Police) ने पहले ही हिरासत में ले रखा है। हालांकि अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है।