नई दिल्ली: निजी क्षेत्र की आवासीय लोन प्रदाता कंपनी एचडीएफसी (HDFC) लिमिटेड को HDFC Bank में विलय प्रस्ताव को राष्ट्रीय आवास बैंक (NHB) से मंजूरी मिल गई है। दरअसल HDFC Ltd को NHB से प्राप्त रिफंडिंग की सुविधाओं के लिए यह जरूरी है।
कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि NHBने हाउसिंग फाइनेंस कंपनी HDFC की पूर्ण स्वामित्व वाली दो सहायक कंपनियों HDFC Investments एवं एचडीएफसी होल्डिंग्स लिमिटेड के साथ विलय को मंजूरी दे दी है।
हालांकि, यह विलय योजना अभी भी भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग, NCLT और दोनों कंपनियों के संबंधित शेयर धारकों और लेनदारों समेत विभिन्न वैधानिक और नियामकों की मंजूरी के अधीन है।
देश की सबसे बड़ी आवास कर्जदाता कंपनी HDFC
कंपनी ने नियामकीय Filing में कहा कि हम सूचित करना चाहते हैं कि एनएचबी ने 8 अगस्त, 2022 को जारी अपने पत्र के जरिए एचडीएफसी की HDFC Bank में प्रस्तावित योजना के लिए अनापत्ति पत्र दे दिया है।
संपत्ति और आकार के लिहाज HDFC Bank से देश की सबसे बड़ी आवास कर्जदाता कंपनी HDFC लिमिटेड को के साथ प्रस्तावित विलय को इससे पहले बैंक नियामक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (SEBI) और स्टॉक एक्सचेंज (BSE and NSE) से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।