रामगढ़: जिले में बड़े अनोखे तरीके से ठगी का शिकार हुए गरीबों को न्याय (Justice) दिलाने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी (Raid) कर रही है। गरीबों के नाम पर ठगों द्वारा फर्जी तरीके से खरीदी गई बाइक को दूसरे लोगों को बेच दिया गया था।
मामला खुला तो पुलिस ने छापेमारी शुरू की और 8 दिनों के अंदर 13 गाड़ियों को बरामद कर लिया गया। शुक्रवार को इस मामले में कांड संख्या 214/22 के अनुसंधानकर्ता सुजीत कुमार सिंह ने बताया कि सिरका अरगड्डा इलाके के रहने वाले रिजवान और उसके गैंग ने गरीबों को लोन दिलाने का झांसा दिया था।
उनसे जिन दस्तावेजों पर साइन कराएं उस दस्तावेज का उपयोग उसने बाइक और स्कूटी खरीदने के लिए कर लिया। इस मामले में फाइनेंस कंपनी इंडस्लैंड बैंक और ग्लोब ऑटोमोबाइल (Indusland Bank and Globe Automobiles) के खिलाफ भी जांच की जा रही है।
अभी तक जिन भाई को को बरामद किया गया है उनका नंबर JH 24F 6891, JH 24F 5051, JH 24F 1764, JH 24F 3368, JH 24F 4976, JH 24F 8146, JH 24F 7967, JH 24एफ 0988, JH 24fF 2065, JH 24F 1339, JH 24G 6382 है। इसमें एक बिना नंबर की स्कूटी भी शामिल है।
इंडस्लैंड बैंक से फाइनेंस की गई थी सारी गाड़ियां
अनुसंधानकर्ता सुजीत कुमार सिंह ने बताया कि सभी गाड़ियों को इंडस्लैंड बैंक (indusland bank) की रामगढ़ शाखा से फाइनेंस किया गया था।
रिजवान अंसारी के द्वारा ही डीओ लेटर ग्लोब ऑटोमोबाइल एजेंसी (Globe Automobile Agency) में जमा कर गाड़ियों को रिसीव किया गया था। जिसके नाम पर उसने गाड़ी की खरीद की थी। उन्हें बैंक से लोन दिलाने का झांसा दिया गया था।
रितेश कुमार ने ग्रामीणों के साथ मिलकर दर्ज कराई थी प्राथमिकी
रामगढ़ थाना क्षेत्र के सिरका अरगड्डा इलाके में हुए एक बड़े फर्जीवाड़े को वहां के ग्रामीणों ने उजागर किया था सिरका अरगड्डा बाल मंडली के रहने वाले रितेश कुमार ने ठगे गए 19 लोगों के साथ मिलकर रामगढ़ थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
रितेश ने पुलिस को बताया था कि उसके पड़ोसी रिजवान अंसारी, बटेश्वर महतो, कन्हैया रविदास और गोलू मालाकार ने लोगों को लोन दिलाने का झांसा दिया।
इन लोगों ने मिलकर घर घर जाकर दो दर्जन से अधिक लोगों से दस्तावेजों पर साइन लिए और उनके कुछ Document भी अपने पास रख लिए।