नवादा: बिहार (Bihar) के छपरा में जहरीली शराब (Denatured Alcohol) से मौत के बाद पूरे बिहार में बवाल मचा हुआ है।
इस घटना के बाद प्रशासन (Administration) भी इसे लेकर एक्शन में है। इसके बावजूद भी शराब की खरीद-बिक्री जारी है।
उत्पाद पुलिस विभाग (Excise Police Department) की टीम को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस (Police) ने मुखबिर की सूचना पर नवादा नगर थाना (Nawada Nagar Police Station) क्षेत्र के अषाढ़ी गांव में दबिश दी।
88 कार्टून विदेशी शराब जब्त
छापेमारी (Raid) कर एक बंद पड़े पुराने मकान और बगीचे में छिपा कर रखी 88 कार्टून विदेशी शराब (Foreign Liquor) को जब्त किया है। पुलिस की भनक लगते ही शराब कारोबारी मौके से फरार हो गए।
उत्पाद विभाग की पुलिस (Police) शराब कारोबारी (Wine Merchant) की तलाश में जुट गई है। सबसे दुर्भाग्य जनक बात तो यह है कि शराबबंदी कानून (Liquor prohibition law) को धता बताते हुए नवादा जिले में व्यापक पैमाने पर देशी व विदेशी शराब की बिक्री धड़ल्ले से जारी है ।
यहां तक की जिले के अधिकांश दलित टोली (Dalit Group) में व्यापक पैमाने पर अवैध देसी शराब बनाया जा रहा है और भेजा भी जा रहा है ।
पुलिस छापेमारी (Police Raid) कर केवल खानापूर्ति कर वापस लौट जाती है ।पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों (Administrative Officers) की कमाई का सबसे बड़ा माध्यम भी अवैध शराब का धंधा है।
यही कारण है कि पुलिस सख्त कार्रवाई नहीं करती और अवैध शराब का धंधा नवादा जिले (Navada District) में बदस्तूर जारी है।