रांची: झारखंड में राज्यसभा चुनाव के लिए झामुमो (JMM) की ओर से प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद कांग्रेस के नेताओं ने खुलकर नाराजगी जाहिर की है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और झारखंड कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय (Avinash Pandey) ने सोमवार को रांची में मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में गठबंधन की जो सरकार है, वह सिर्फ झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों के संख्याबल के आधार पर नहीं चल सकती।
अविनाश पांडेय ने कहा कि कांग्रेस के पास 17 विधायक हैं। यह संख्याबल भी पर्याप्त नहीं है, लेकिन गठबंधन सरकार की गाड़ी तभी अच्छे तरीके से चल सकती है कि जब इसमें शामिल सभी पार्टियां एक-दूसरे का हाथ पकड़कर चलें।
उन्होंने अपनी पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया
झारखंड में राज्यसभा की उम्मीदवारी के मुद्दे पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की कांग्रेस नेताओं से बात हुई थी।
उन्होंने कहा था कि वह अपनी पार्टी में बात करने के बाद स्थिति स्पष्ट करेंगे। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है।
इसमें कांग्रेस (Congress) की सहमति नहीं है। यह जरूर है कि राज्यसभा चुनाव के लिए उनके पास अपना संख्याबल है और उन्होंने अपने स्तर पर यह निर्णय लिया है।
झारखंड कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि वह इस मुद्दे पर पार्टी के विधायकों और नेताओं से बात कर रहे हैं। इसके बाद हेमंत सोरेन के सामने भी हम अपनी बात रखेंगे और आगे का रास्ता इसी आधार पर तय करेंगे।