Hernia Treatment : छोटी छोटी बीमारियों को नजरअंदाज करने से आगे चलकर बड़ी बीमारी का रूप ले लेती है। हर्निया भी इन्हीं में से एक है।
हर्निया की वक्त पर पहचान ज़रूरी है नहीं तो ये बड़ी समस्या बन सकती हैं। Abdominal Wall के कमजोर भाग के अंदर के किसी भाग का बाहर निकल जाना ही हर्निया हैं। कभी कभी हर्निया की समस्या जन्मजात भी होती है। जिसे Inguinal Hernia कहते हैं। बिना सर्जरी के योगा के जरिए भी हर्निया को ठीक किया जा सकता है।
आइए जानते हैं हर्निया के कारण और उन योगों के बारे में
हर्निया के कारण
यह वजन उठाते हुए, अत्यधिक जोर लगाकर खांसने से, पुरानी चोट के कारण, कब्ज, गर्भावस्था के दौरान, पेट की मांसपेशियां कमजोर पड़ जाने के कारण भी हो सकता है।
योगा के जरिए इलाज
एक पैर उठाकर
किसी समतल स्थान पर दरी बिछाकर सीधे लेट जाएं। अपने एक हाथ को हर्निया वाली जगह पर रखें। उसके बाद अपने दाहिने पैर को उठाएं और ऊपर से नीचे की तरफ लाएं। इस प्रक्रिया को करते समय ध्यान रखें पैर जमीन से नहीं लगने चाहिए। इस प्रक्रिया को कम से कम दस बार करें। उसके बाद अपने बाएं पैर को उठाएं और उसी प्रक्रिया को दोहराएं। आप चाहें तो इस योग की अवधि को अपनी सुविधानुसार बढ़ा और घटा सकते हैं। इससे आपके पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
Leg Crossing
पीठ के बल समतल स्थान पर लेट जाएं। हाथों को हर्निया वाली जगह पर रखें। उसके बाद दोनों पैरों को जमीन से लगभग दो फीट ऊपर उठाएं। जब हम अपने दाहिने पैर को ऊपर उठाएंगे तो बायां पैर नीचे होना चाहिए और जब बायां पैर उठाएंगे तो दायां पैर नीचे होना चाहिए। इस प्रक्रिया को कम से कम दस बार दोहराएं। इस प्रक्रिया को करने के बाद पैरों को नीचे रखकर आराम करें।
Tree Pose
पहले सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं। फिर दोनों पैरों को एक दूसरे से कुछ दूर रखते हुए खड़े रहें और फिर हाथों को सिर के ऊपर उठाते हुए सीधाकर हथेलियों को मिला दें। इसके बाद दाहिने पैर को घुटने से मोड़ते हुए उसके तलवे को बाईं जांघ पर टिका दें। इस स्थिति के दौरान दाहिने पैर की एड़ी गुदाद्वार-जननेंद्री के नीचे टिकी होगी। बाएं पैर पर संतुलन बनाते हुए हथेलियां, सिर और कंधे को सीधा एक ही सीध में रखें। इसे वृक्षासन भी कहते हैं। जब तक इस आसन की स्थिति में आसानी से संतुलन बनाकर रह सकते हैं सुविधानुसार उतने समय तक रहें। एक पैर से दो या तीन बार किया जा सकता है।
हर्निया के उपाय
मलाशय की ठीक प्रकार से सफाई
मोटापे व वजन बढ़ने की समस्या से बचें
प्रोटीन व विटामिन सी सप्लीमेंट का सेवन
आरामदायक अंडरगारमेंट ही पहनें
उन कार्यों से बचना चाहिए, जो हमारे पेट की मांसपेशियों पर अधिक दबाव डालते हों।
वजन भी संतुलित रखना चाहिए।
अगर कब्ज की समस्या है तो इसका तुरंत उपचार कीजिए।
रेशेदार पदार्थों का सेवन करें।