अहमदाबाद: गुजरात के बोरसद शहर में हुए सांप्रदायिक झड़प (Communal Clash) में 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
अहमदाबाद रेंज के महानिरीक्षक वी. चंद्रशेखर ने आईएएनएस को बताया, अफवाह फैली कि बोरसद में अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोगों को घेर लिया गया है, जिसके कारण बड़ी संख्या में समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए।
लोगों ने पुलिस और उनके वाहनों पर पथराव करना शुरू कर दिया।भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सका।
इस बीच, राज्य रिजर्व पुलिस बल (State Reserve Police Force) की दो कंपनियां और जिला पुलिस अधीक्षक अजीत रायजान के नेतृत्व में 200 पुलिस कर्मियों को बोरसद में तैनात किया गया है।
तीन पुलिसकर्मियों को चोट, 1 गंभीर
चंद्रशेखर ने आईएएनएस को बताया कि पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है, हिंसा में उनकी भूमिका की पुष्टि की जा रही है।
घायल पुलिसकर्मियों में से एक की पहचान पुलिस कांस्टेबल विजयसिंह के रूप में हुई, जिन्हें उपद्रवियों ने चार बार चाकू मारा। वह वडोदरा के सरकारी अस्पताल में भर्ती है, उनकी हालत गंभीर बतायी जा रही है।
बोरसाड पुलिस थाने के सूत्रों ने बताया कि पथराव के दौरान बाकी तीन पुलिसकर्मियों को चोटें आईं है।भाजपा बोरसद समिति के अध्यक्ष दीपक पटेल के अनुसार, हनुमान मंदिर के पीछे स्थानीय नगरपालिका भूमि पर अवैध निर्माण को रोकने की कोशिश के बाद हिंसा भड़क उठी।
मंदिर के पीछे नगर पालिका (Municipality) के स्वामित्व वाली एक खुली जगह है, और इसके बराबर में एक दरगाह है।पटेल ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय समूह ने नगर पालिका की जमीन पर निर्माण शुरू किया था, जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो समूह ने पुलिस पर हमला कर दिया।