रांची : दो साल बाद अगले एक माह तक चलने वाला विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला (world famous shravani fair) गुरुवार, 14 जुलाई से शुरू हो गया है। इसके साथ ही ‘बोल बम’ और ‘हर-हर- महादेव’ के जयघोष से बाबा नगरी गूंजने लगी है।
आज सावन के पहले दिन गुरुवार को राज्य के विभिन्न शिवालयों में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव पर जलार्पण किया। दो वर्ष बाद लगे इस मेले में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है।
देवघर के बैद्यनाथ धाम, दुमका के बाबा बासुकीनाथ और रांची के पहाड़ी मंदिर (Baba Basukinath and the hill temples of Ranchi) समेत शहर व गांव के विभिन्न शिव मंदिरों में भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगने लगा था।
श्रद्धालुओं की परेशानी दूर करने में जुटा है देवघर जिला प्रशासन
बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसको लेकर देवघर जिला प्रशासन (Deoghar District Administration) की ओर से सभी तैयारियां की गई हैं।
करीब एक माह तक चलने वाले इस श्रावणी मेला में बिहार और झारखंड से ही नहीं, बल्कि कई अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु आते हैं। इसकी बानगी अब दिखने लगी है।
मुंबई, राजस्थान के बाद अब यहां सिक्किम के श्रद्धालु भी पहुंचने लगे हैं। बताया जाता है कि दो वर्ष पूर्व श्रावणी मेला में करीब 40 लाख लोग पहुंचे थे। इस वर्ष यह अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब एक करोड़ लोग यहां पहुंचेंगे।
मेले के पहले दिन गुरुवार को अहले सुबह 03:05 बजे मंदिर का पट खोला गया। इसके पश्चात 04:00 बजे से अर्घा के माध्यम से जलार्पण शुरू हुआ।
मेला के पहले दिन से ही शिवभक्तों की गूंज से बाबा मंदिर और आसपास का क्षेत्र गुंजायमान है। बाबा मंदिर परिसर सहित आसपास के क्षेत्रों में जिला प्रशासन मुस्तैदी के साथ श्रद्धालुओं की मदद को तैयार दिख रहा है।
विधि-व्यवस्था पर खुद नजर रखे हुए हैं डीसी मजूनाथ भजंत्री
देवघर के डीसी मंजूनाथ भजंत्री (Deoghar DC Manjunath Bhajantri) के निर्देशानुसार विधि व्यवस्था, सुरक्षा-व्यवस्था तय की गयी है। इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में होल्डिंग प्वाइंट, आवासन, पेयजल, शौचालय, स्वास्थ्य- सुविधा, साफ-सफाई की भी व्यवस्था बनाए रखने का काम लगातार सुनिश्चित किया जा रहा है।
स्थाई और अस्थाई ओपी, ट्रैफिक ओपी के साथ मेला क्षेत्र से संबंधित विभाग के अधिकारियों, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों को सेवा भाव और विनम्रता से अपने कर्तव्य पर एक्टिव रहने का निर्देश दिया गया है।
जिला प्रशासन का सुगम, कतारबद्ध व सुरक्षित जलार्पण की व्यवस्था पर है विशेष जोर
जिला प्रशासन (District Administration) ने श्रद्धालुओं के लिए सुगम, कतारबद्ध और सुरक्षित जलार्पण कराने की व्यवस्था पर विशेष जोर दिया है।
इस उद्देश्य से संपूर्ण मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारियों को अपने-अपने चिन्हित स्थलों पर एक्टिव मोड में कार्यरत रहने को कहा गया है।
साथ ही जलार्पण के लिए कतारबद्ध कांवरियों (Queued Kanwariyas) को नेहरू पार्क से मानसिंघी फुट ओवर ब्रिज होते हुए बाबा मंदिर के गर्भ गृह में लगे अर्घा के माध्यम से जलार्पण कराया जा रहा है।
साथ ही रूट लाइन के हर प्वाइंट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किये गये हैं। इसकी निगरानी खुद डीसी लगातार अपने स्तर से कर रहे हैं। राजकीय श्रावणी मेला, बासुकीनाथ का भी उत्साह, उल्लास बासुकीनाथ (दुमका) में खूब दिख रहा है।
‘बोल बम’ के वस्त्र से सजा राजधानी रांची के बाजार
राजधानी रांची के बाजारों में बोल बम वस्त्र बिकने लगे हैं। भगवा रंग के शर्ट-पैंट, गमछा आदि की बिक्री हो रही है। शर्ट, बंडी, कुर्ता पर भगवान शिव के फोटो आकर्षित कर रहे हैं।
साथ ही ऊं नम: शिवाय…, बोलबम…, हर हर महादेव… लिखी हुई टी-शर्ट की डिमांड है। महाकाल और बोल बम लिखे हुए गमछे की भी अच्छी बिक्री हो रही है। बाजार में हाफ और फुल टी शर्ट की रेंज 170-250 रुपये के बीच है।
सावन मास की प्रमुख तिथियां
14 जुलाई, गुरुवार- सावन मास का आरंभ
18 जुलाई, सोमवार- सावन का पहला सोमवार व्रत
25 जुलाई, सोमवार- सावन का दूसरा सोमवार व्रत
01 अगस्त, सोमवार- सावन का तीसरा सोमवार व्रत
08 अगस्त, सोमवार- सावन का चौथा सोमवार व्रत
12 अगस्त, शुक्रवार, सावन की आखिरी तारीख