Israeli Air Strike: इजरायली सेना (Israeli Army) ने लेबनान में हिजबुल्ला के 1300 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सोमवार को इजरायली एयर स्ट्राइक (Israeli Air Strike) में 356 लोगों की मौत हो गई और 1,200 से अधिक लोग घायल हुए।
इस हमले के पीछे क्या कारण हैं, यह जानने की उत्सुकता लोगों के मन में उठ रही है। 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर बड़े पैमाने पर हमले के बाद, इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी।
इस बीच, हिजबुल्ला ने हमास के समर्थन में इजरायल के खिलाफ एक दूसरे मोर्चे से संघर्ष छेड़ दिया। हिजबुल्ला ने लगातार इजरायल को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया, जिसके जवाब में इजरायली सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की।
कमांडर अबू हैदर भी ड्रोन हमले में मारे गए
हिजबुल्ला के पास भारी हथियारों से लैस गैर-सरकारी समूहों की एक मजबूत फौज है, जिसमें रॉकेट और ड्रोन शामिल हैं, जो इजरायल के किसी भी हिस्से को निशाना बना सकते हैं।
हिजबुल्ला का प्रमुख हसन नसरल्लाह है, जो संगठन का विस्तार करने में जुटा है और इजरायल को नुकसान पहुंचाने का उद्देश्य रखता है। हाल के दिनों में, इजरायली सेना ने हिजबुल्ला के सैन्य प्रमुख फुआद शुकर और उप प्रमुख तलाल हमियाह को मार गिराया।
इसके अलावा, इराक के हिजबुल्ला ब्रिगेड के एक वरिष्ठ कमांडर अबू हैदर (Senior Commander Abu Haider) भी ड्रोन हमले में मारे गए। इन घटनाओं ने दोनों पक्षों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। इस प्रकार, इजरायल और हिजबुल्ला के बीच बढ़ते संघर्ष ने न केवल क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित किया है, बल्कि नागरिकों की जान और संपत्ति पर भी गंभीर खतरा पैदा कर दिया है।