नयी दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण गैर लौह धातुओं की भारी किल्लत हो गयी है, जिससे इनकी कीमतें अब आसमान छूने लगी हैं।
युद्ध शुरू होने के बाद से तांबे, निकेल, पारा, टिन, अल्यूमिनीयम, टाइटेनियम और जिंक के दाम काफी बढ़ चुके हैं।
वर्तमान में अल्यूमिनीयम 284 रुपये प्रति किलोग्राम पर है। इसके दाम अभी हाल में 320 रुपये प्रति किलोग्राम हो गये थे लेकिन बाद में कीमतों में सुधार हुआ।
इसी तरह निकेल के दाम गत सप्ताह 111 प्रतिशत की तेज छलांग लगाकर एक लाख डॉलर प्रति टन से उपर हो गये थे।जिंक के दाम अभी 322 रुपये प्रति किलोग्राम हैं और इनके अभी 320 से 330 किलोग्राम के आसपास रहने का अनुमान है।
इन औद्योगिक धातुओं की कीमतों में आयी तेजी की वजह से लंदन मेटल एक्सचेंज ने कुछ समय के लिये अपने गैर लौह कारोबार को निलंबित कर दिया था।
गैर लौह धातुओं की कीमतों में तेजी का असर स्टील, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जा और निर्माण क्षेत्र पर भी पड़ेगा।कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च के क्षितिज पुरोहित ने कहा कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे माल की लागत में आयी बढोतरी से घरेलू बाजार में गैर लौह धातुओं की कीमतें अप्रत्याशित रूप से बढ़ी हैं।
उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ समय तक कीमतों की यह तेजी बरकरार रहेगी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक तपन पटेल ने कहा कि पश्चिमी देशों के प्रतिबंध के कारण रूस से आयातित निकेल और अल्यूमिनीयम की आपूर्ति को लेकर चिंता बनी हुई है।
इस जंग के बाद रक्षा क्षेत्र में तथा बुनियादी ढांचे दोबारा निर्माण की जरूरत के कारण औद्योगिक धातुओं की मांग बढ़ जायेगी। इसी कारण आगे भी इनकी कीमतें तेज रह सकती हैें।