भोपाल: अपनी विभिन्न 12 सूत्रीय मांगों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के अनेक विभागों से जुड़े कर्मचारी आज दूसरे दिन भी हड़ताल पर हैं।
इस हड़ताल से जहां करोड़ों रुपयों का नुकसान देश को हुआ है, वहीं, आम नागरिक बुरी तरह से प्रभावित है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार के विरोध में देशभर के 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों एवं कई स्वतंत्र ट्रेड यूनियन हड़ताल कर रहे हैं।
इस हड़ताल में बैंक, बीमा, राज्य, केंद्र, बीएसएनएल, आयकर, पोस्ट ऑफिस, कोयला, रक्षा, आशा, उषा, आंगनवाड़ी, मध्याह्न भोजनकर्मी, मेडिकल री-प्रेजेंटेटिव, खेत, खदान, भवन निर्माण एवं अन्य संस्थानों में कार्यरत ट्रेड यूनियन के कर्मचारी मुख्य तौर पर शामिल हैं।
सोमवार को कर्मचारियों ने कामकाज नहीं किया था और आज दूसरे दिन यानी कि मंगलवार को भी यह कर्मचारियों की हड़ताल जारी है ।
इस संबंध में मध्यप्रदेश बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन के महासचिव वी.के. शर्मा का कहना है कि ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन एवं बैंक एम्प्लाईज फेडरेशन ऑफ इंडिया ने केंद्रीय श्रमिक संगठनों की मांगों का समर्थन करते हुए और बैंककर्मियों एवं बैंकिंग उद्योग की मांगों के निराकरण के लिए दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल का आह्वान किया, जिसके तहत आज हड़ताल का दूसरा दिन है।
उन्होंने कहा कि हड़ताल पर जाने से पहले हम अपनी विभिन्न 12 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
हड़ताल में एसबीआई और ओवरसीज बैंक के अधिकारी-कर्मचारी शामिल नहीं हैं। बाकी 10 सरकारी बैंक के करीब चार हजार कर्मचारी हड़ताल में हिस्सा ले रहे हैं।
रहेगी कैशआउट की समस्या
कर्मचारियों की इस हड़ताल के चलते देखने में आया कि 28 मार्च को कई जगह बैंक वर्कर्स की सक्रिय गतिविधि नहीं रहने से एटीएम कैशआउट हो गए थे, इसकी संभावना मंगलवार को भी जताई गई है।
इसलिए ऐसे मे जो भी जरूरी रुपयों का आदान-प्रदान करना है वह ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से सुगमता से किया जा सकता है ।
प्रदेश की राजधानी भोपाल में 29 मार्च को कुल 10 बैंक की 400 ब्रांच शाखाएं खुली हुई हैं लेकिन कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण कामकाज नहीं हो रहा है।
बैंक के स्तर पर हड़ताल में पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा, कैनरा, यूनियन बैंक, इंडियन बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, पंजाब एंड सिंध बैंक और यूको बैंक के कर्मचारी शामिल हैं।