नई दिल्ली: केंद्र सरकार (Central government) ने महाराष्ट्र के अमरावती में एक केमिस्ट की हत्या मामले की जांच शनिवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण(एनआईए) को सौंपने का फैसला किया।
पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) से निलंबित की गई नेता नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट करने के लिए केमिस्ट की हत्या किये जाने की आशंका है और इसलिए इस मामले के एक आतंकी घटना होने का संदेह है।
गौरतलब है कि उमेश कोल्हे की 21 जून को हत्या (Murder) कर दी गई थी। इस घटना के सिलसिले में अब तक कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
21 जून की रात 10 बजे से 10.30 बजे के बीच की है घटना
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने ट्वीट किया कि कोल्हे की ‘‘बर्बर हत्या’’ से संबंधित मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है।
उन्होंने कहा कि NIA इस घटना के तार अंतरराष्ट्रीय संगठनों से जुड़े होने की भी गहन जांच करेगी।
गौरतलब है कि हाल में राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी कन्हैयालाल की दो लोगों ने हत्या कर दी थी। इस मामले की जांच भी एनआईए कर रही है।
महाराष्ट्र पुलिस ने अब तक अमरावती हत्याकांड के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और इरफान खान नाम के एक व्यक्ति की तलाश कर रही है, जो एक NGO चलाता है और इस मामले का मुख्य आरोपी है।
पुलिस के मुताबिक, केमिस्ट कोल्हे ने भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर कथित तौर पर कुछ टिप्पणी की थी। अधिकारियों ने संदेह जताया है कि इसी पोस्ट (Post) को लेकर कुछ लोगों ने कोल्हे की हत्या कर दी।
घटना 21 जून की रात 10 बजे से 10.30 बजे के बीच की है, जब कोल्हे अपनी दुकान बंद कर दोपहिया वाहन से घर लौट रहे थे।