जमशेदपुर: जिले के परसूडीह के बारीगोड़ा में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक हैवान पिता ने अपनी ही बेटी की निर्मम तरीके से हत्या (Murder) कर दी।
हैवान पिता ने बेटी को इस कदर पीटा कि उसने दम तोड़ दिया। हालांकि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार मृतिका 4 वर्षीय बच्ची घितिका महतो है। उसका पिता मजदूर है। बताया जाता है कि हत्या के बाद शव को 40 किलोमीटर दूर गालूडीह रेलवे स्टेशन (Galudih Railway Station) के पास ले जाकर झाड़ियों में फेंक दिया।
सूचना मिलने पर पुलिस ने पिता और मां दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो घटना का खुलासा हुआ। पिता ने बताया कि बेटी पढ़ाई नहीं कर रही थी, इस वजह से उसे बांधकर पीटा था, जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर गालूडीह स्टेशन के निकट से शव बरामद किया। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में शव (Dead Body) को कब्र से निकाल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। बच्ची के माता-पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों बोड़ाम के कदमजोड़ा के निवासी हैं। बारीगोड़ा में किराये पर रह रहे थे।
इस तरह हुआ मामले का खुलासा
परसूडीह के बारीगोड़ा में अपनी बेटी की हत्या करने के बाद आरोपी संग पत्नी गायब हो गया। वापस लौटने पर पड़ोसी की शिकायत पर पुलिस पहुंची तो पूरे प्रकरण का खुलासा है।
पुलिस के अनुसार, 4 जुलाई की रात 8 बजे पुलिस को सूचना मिली कि बारीगोड़ा स्थित राम गणेश सिंह के मकान में किराएदार उत्तम मैती (27) ने अपनी पत्नी अंजना महतो (26) के साथ 29 जून को अपनी बेटी घितिका को रस्सी से बांधकर मारपीट कर उसकी हत्या कर दी और हत्या के बाद शव को ले जाकर कहीं छिपा दिया।
29 जून से वे लोग घर पर नहीं थे, लेकिन 4 जून जुलाई को अचानक वे बेटी के बिना लौटकर आए। बस्ती वालों के शक पर पुलिस रात करीब 9 बजे बारीगोड़ा स्थित राम गणेश सिंह के मकान में पहुंची व उत्तम मैती और उसकी पत्नी अंजना महतो से पूछताछ शुरू की।
पहले तो उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की तबीयत खराब थी, जिससे मौत हो गई। बीमारी के बाद वे लोग उसे झाड़ग्राम इलाज के लिए ले जा रहे थे, जहां रास्ते में मौत हो जाने के कारण शव को दफना दिया।
अपराध स्वीकार किया
पुलिस को पड़ोसियों से पता चला था कि बेटी की उनलोगों ने पिटाई की थी, जिससे मौत हो गई। पुलिस ने जब दोनों से कड़ाई से पूछताछ की तो उत्तम टूट गया और उसने बताया कि उसकी बच्ची घितिका पढ़ाई नहीं कर रही थी, जिसके कारण उसने उसके हाथ और पैर रस्सी से बांध दिए और एक घंटे तक मारपीट की थी।
इस दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद शव को टेंपो में लेकर वे लोग सदर अस्पताल (Sadar Hospital) खासमहल गए। लेकिन, इस डर से कि डॉक्टर के पास जाने के बाद पकड़े जा सकते हैं, वहां से भागकर सालगाझुड़ी रेलवे फाटक गए, जहां से ट्रेन पकड़कर गालूडीह चले गए।
गालूडीह स्टेशन के पास अपनी बच्ची के शव को झाड़ियों में फेंक दिया(The girl’s body was thrown in the bushes) । शव को फेंकने के बाद वे लोग बोड़ाम के कदमजोड़ा चल गए और वहीं रहने लगे।
उनकी योजना थी कि इस महीने वे लोग बारीगोड़ा स्थित मकान को छोड़ देंगे, लेकिन कपड़े नहीं थे। लिहाजा उसे लेने वे जब बारीगोड़ा के घर में गए तो पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दे दी और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है और ऑटो चालक की तलाश की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि नशे में पिता ने बेटी को पीट-पीट कर मार डाला होगा।