गुमला: बिशुनपुर पुलिस ने बुधवार की रात प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (Naxalite organization CPI) के पूर्व एरिया कमांडर माठो लोहरा उर्फ कमलेश लोहरा उर्फ कमलेश्वर तिर्की को एक लोडेड देसी पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली माठू लोहरा (Naxalite Mathu Lohra) को मुंदार गांव के पास आते देखा गया है। इस सूचना पर बिशुनपुर के थाना प्रभारी थाना प्रभारी सदानंद सिंह, पुअनि सुरेंद्र कुमार व पुअनि अंकु कुमार सशस्त्र बल के साथ सूचना के सत्यापन के लिए थाना से प्रस्थान किया। रात करीब साढ़े आठ बजे मुंदार गांव की ओर से एक व्यक्ति पैदल आ रहा था।
उसने पुलिस को देखते ही जंगल की ओर भागने लगा। मगर उसे खदेड़ कर पकड़ लिया गया। नाम-पता पुछने पर उसने अपना नाम माठो लोहरा उर्फ कमलेश लोहरा उर्फ कमलेश्वर तिर्की (Matho Lohra alias Kamlesh Lohra alias Kamleshwar Tirkey) बताया।
लोडेड पिस्टल को अनलोड करने पर एक जिंदा गोली मिली
घटनास्थल पर तलाशी लेने पर कमर में खोंस कर रखा हुआ लोहे से बना एक लोडेड कट्ठा (देसी पिस्तौल) बरामद किया गया। उक्त लोडेड पिस्टल को अनलोड करने पर एक जिंदा गोली पाया गया।
गुरूवार को पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि ये पूर्व में भाकपा(माओवादी) संगठन में एरिया कमांडर के पद पर था। वर्तमान में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी में कार्यरत है।
उसका दस्ता कुरूमगढ़ क्षेत्र तरफ है। वह अपने दस्ते से अपने वर्तमान घर बक्सीडीपा लोहरदगा जा रहा था। पूछताछ में बताया कि वर्ष 2009 में मेरे ही गांव के एरिया कमांडर जोसेफ एक्का (Area Commander Joseph Ekka) जो भाकपा (माओवादी ) संगठन में काम करता था। उसके कहने पर मैंने संगठन में शामिल हुआ।
इस तरह बन गया अरविंद जी का अंगरक्षक
लेवी का पैसा ठेकेदारों से लेकर संगठन तक पहुंचाने और पार्टी के लिए जरूरी सामानों को पहुंचाने का काम करने लगा। एक साल बाद भाकपा (माओवादी) के अरविंद जी का अंगरक्षक बन गया।
वर्ष 2011 में चैनपुर क्षेत्र का एरिया कमांडर बना और छोटे बड़े घटना को अंजाम देने लगा। वर्ष 2010 में गुरदरी थाना के डुम्बरपाट में बाक्साईट ट्रक को उड़ाने में मेरे साथ जोसेफ एक्का, सचिन (अम्बाकोना), दिलवर, पवन,विश्वनाथ प्रसाद (चैनपुर), कंचन (टोटो) रंथु बबलू उरांव (कुरूमगढ़) शामिल थे।
वर्ष 2013 में ग्राम सिविल में बुद्धेश्वर उरांव एवं अशोक जी के दस्ता के साथ पुलिस मुठभेड़ में शामिल था। उसके बाद वर्ष 2014 में भाकपा माओवादी सुकरा उरांव,अजित उरांव,बीरू उरांव,अजित उरांव के साथ संगठन से उग्रवादी संगठन जेजेएमपी (Militant Organization JJMP) के राजेंद्र उरांव मंजित साहु के दस्ता में शामिल हो गया। वर्ष 2021 में डुमरी थाना क्षेत्र के नवगाई के बगल में जोभला गांव में गाड़ी में तोड़फोड़ व मारपीट करने की घटना में शामिल था।