रांची: रांची की मेयर और भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री डॉ आशा लकड़ा (Dr. Asha Lakra) ने रविवार को केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार से मुलाकात की।
उन्होंने राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय रांची को ईस्टर्न रीजनल कमेटी एजुकेशन से मान्यता प्रदान करने की मांग की।
आशा लकड़ा ने केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री (Union Minister of State for Education) को बताया कि रांची शहर में एकमात्र सरकारी बीएड कॉलेज है। शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की कमी के कारण इस कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी गई है।
जल्द ही इस मामले की जांच कर उचित पहल की जाएगी
हालांकि, झारखंड सरकार की उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की कमी पूरी कर ली है। साथ ही नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) की सभी अहर्ताएं पूरी कर ली है।
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री से आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय को मान्यता प्रदान की जाए।
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहा कि जल्द ही इस मामले की जांच कर उचित पहल की जाएगी।
डॉ आशा लकड़ा ने बताया कि दो-तीन दिन पूर्व बीएड कॉलेज के स्टूडेंट्स ने ज्ञापन (Memorandum) के माध्यम से उन्हें जानकारी दी थी।
98 छात्रों को रांची विश्वविद्यालय की ओर से पंजीयन व परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित कर दिया गया
इसमें कहा गया था कि राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय रांची झारखंड (College Ranchi Jharkhand) के चार महाविद्यालयों में से एक है। 2021-22 में एनसीटीई ने शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की कमी के कारण महाविद्यालय की मान्यता रद्द कर दी थी।
19 अगस्त, 2021 को महाविद्यालय की ओर से मान्यता प्रदान करने के लिए एनसीटीई दिल्ली में अपील भी की गई। कई बार अनुस्मारक पत्र देने के बाद भी एनसीटीई की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया।
छात्रों ने बताया कि मान्यता नहीं मिलने से 2020-22 में एडमिशन वाले 98 छात्रों को रांची विश्वविद्यालय की ओर से पंजीयन व परीक्षा फॉर्म (registration and exam form) भरने से वंचित कर दिया गया है।