नई दिल्ली: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने संसद और सांसद को पूछताछ के नाम पर अपमानित किया है।
Congress महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि संसद सत्र के दौरान राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जन खड़गे को ED ने पेश होने के लिए दबाव बनाया था।
Ramesh ने कहा कि जांच एजेंसी (Investigative agency) के द्वारा ऐसा किया जाना संसद और सांसद दोनों का अपमान है।
ऐसे में दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों को यह तय करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं पुन: न हों जिससे किसी सांसद को अपमानित होना पड़े।
संसद सत्र चलने के कारण वह दूसरे कार्यक्रमों में व्यस्त
रमेश ने कहा कि खड़गे ने ED से कहा था कि संसद सत्र (Parliament session) चलने के कारण वह दूसरे कार्यक्रमों में व्यस्त हैं। लेकिन खड़गे पर ईडी (ED) ने पेश होने के लिए दबाव बनाया।
उन्होंने कहा कि जब सदन को खड़गे ने इस मामले से अवगत कराया तो राज्यसभा के सभापति ने यह कहते हुए खड़गे की फरियाद को नकार दिया कि आपराधिक मामले में संसदीय विशेषाधिकार नहीं होते हैं।
जयराम रमेश ने कहा कि खड़गे नेशनल हेराल्ड मामले में आरोपी ही नहीं हैं। ऐसे में ED ने उन्हें समन क्यों किया।
ऐसा किया जाना एक सांसद (MP) का अपमान है। इन बातों का दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों को भी ध्यान रखना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खड़गे (Leader of Opposition Kharge) को बीते 04 अगस्त को ED ने यहां ITO के पास बहादुर शाह जफर मार्ग पर ‘हेराल्ड हाउस’ में बुलाया था।
ED ने उनके खिलाफ समन जारी कर यंग इंडियन (Young Indian) के कार्यालय पर छापेमारी के दौरान मौजूद करने को कहा था।