नई दिल्ली: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार (Central government) की गलत नीतियों के कारण देश पर कर्ज बढ़ रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता Gaurav Vallabh ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि वित्त वर्ष 2023 में देश के प्रति व्यक्ति कर्ज में इजाफा हुआ है।
यह बात भारत सरकार (Indian government) भी मानती है। सरकार ने खुद माना है कि वित्त वर्ष 2023 में प्रति व्यक्ति कर्ज बढ़कर एक लाख 09 हजार रुपये हो चुका है। जबकि वर्ष 2013-14 में प्रति व्यक्ति कर्ज लगभग 43 हजार रुपये था।
वल्लभ ने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश का हर व्यक्ति बिना कर्ज लिए कर्ज तले दबा जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक ओर देश पर कर्ज बढ़ रहा है वहीं दूसरी ओर देश के चंद उद्योगपति सरकारी बैंकों (Public sector banks) से लगातार कर्ज ले रहे हैं।
वल्लभ ने New York में किए गए एक शोध का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय बैंकों का अडानी ग्रुप को अधिक कर्ज देना खतरे से खाली नहीं है।
अडानी ग्रुप ने 18770 करोड़ रुपये एसबीआई से कर्ज के रूप में लिया
वल्लभ ने कहा कि शोध में सामने आया है कि अडानी ग्रुप लगातार ऐसे Business में निवेश कर रहा है जिसमें उसका अनुभव नहीं है। ऐसे में अगर व्यापार में घाटा हुआ तो इसका असर बैंकों पर जरूर पड़ेगा।
वल्लभ ने कहा कि इस समय अडानी ग्रुप पर दो लाख तीस हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। यह ग्रुप अपने Capital रकम को खर्च करने के बजाय बैंको से कर्ज लेकर नये व्यापार में निवेश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि बीते दो वर्षों में अडानी ग्रुप 48 हजार करोड़ का कर्ज ले चुका है। जिसमें से अडानी ग्रुप ने 18770 करोड़ रुपये SBI से कर्ज के रूप में लिया है।