रांची: मानव तस्करी (Human Trafficking) की शिकार झारखंड के गोड्डा जिले की दो बच्चियों को दिल्ली में मुक्त कराया गया है। दोनों बच्चियों की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी काउंसेलिंग (Counseling) करा रही है।
बताया जाता है कि नई दिल्ली में कुछ और बच्चियों को बेचा गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) में जिन लोगों को पकड़ा गया है, उनसे भी पूछताछ कर अन्य बच्चियों के बारे में जानकारी इकट्ठी की जा रही है ।
टीम का नेतृत्व नोडल पदाधिकारी नचिकेता ने किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग ने सभी जिलों को सख्त निर्देश दिया है कि जिस भी जिले के बच्चों को दिल्ली में रेस्क्यू (Rescue) किया जाएगा, उस जिले के जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी उनके मूल जिले में पुनर्वास (Rehabilitation) करायेंगे।
मुक्त लोगों की होगी सतत निगरानी
समाज कल्याण, महिला बाल विकास विभाग के निदेशक छवि रंजन ने सभी जिले को सख्त निर्देश दिया है कि झारखंड लाए जा रहे बच्चों को जिले में संचालित कल्याणकारी योजनाओं, स्पॉन्सरशिप, फॉस्टरकेयर, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से जोड़ते हुए उनकी ग्राम बाल संरक्षण समिति (VLCPC ) के माध्यम से सतत् निगरानी की जाएगी, ताकि बच्चियों को पुन: मानव तस्करी का शिकार होने से बचाया जा सके।
उल्लेखनीय है कि मानव तस्करी पर झारखंड सरकार तथा महिला एवं बाल विकास विभाग काफी संवेदनशील है। ऐसी घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई (Quick Action) उसी का नतीजा है।
IRRC की ओर से संचालित टोल फ्री नंबर 10582 पर गुप्त सूचना से यह पता चला था कि झारखंड के गोड्डा जिले की दो बच्चियों को नई दिल्ली में बेच दिया गया है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई (Quick Action) कर स्थानीय पुलिस की मदद से छापेमारी (Raid) कर एक अपार्टमेंट से दोनों बच्चियों को सकुशल मुक्त करा लिया गया।