रांची: झारखंड अनुबंध सहायक प्राध्यापक संघ के (Jharkhand Contract Assistant Professors Association) अध्यक्ष डॉक्टर त्रिभुवन कुमार शाही ने नये खुले वुमंस कॉलेज और मॉडल कॉलेज में (Women’s College and Model College) गेस्ट फैकल्टी अनुबंध पर रखने के रांची विश्वविद्यालय के (Ranchi University) फैसले का विरोध किया है।
शाही ने कहा कि अनुबंध के आधार पर घंटी आधारित शिक्षकों को रखने का जो फैसला विश्वविद्यालय ने किया है उसका संघ विरोध करता है।
शिक्षकों की बहाली का पुरजोर विरोध
उन्होंने कहा कि अब राज्य के विश्वविद्यालयों में (Universities) अनुबंध शिक्षकों की बहाली का (Reinstatement of Teachers) पुरजोर विरोध होगा और बहाली नहीं होने दी जायेगी।
संविदा से सम्मान मरता है। पहले से जो शिक्षक संविदा पर पढ़ा रहे हैं वह और लोगों का भविष्य बर्बाद होने नहीं देंगे।
सरकार कॉलेज बना सकती है तो शिक्षकों की बहाली भी कर सकती है। अनुबंध संघ मांग करता है कि मानदेय के अनुसार शिक्षकों की बहाली की जाए अन्यथा विश्वविद्यालय में अनिश्चितकालीन तालाबंदी की (Indefinite Lockout) जायेगी।