नई दिल्ली: किसान (Farmer) अक्सर अपनी फसलों को कीड़े-मकोड़ों (Insects) से बचाने के लिए कीटनाशक (Insecticide) का प्रयोग करता है।
किसानों को हमेशा जैविक कीटनाशक वैज्ञानिक (Scientist) के बताए अनुसार ही छिड़काव करने की सलाह दी जाती है. रसायनिक कीटनाशकों के इस्तेमाल से फसलों (Crops) की गुणवत्ता कम होने का खतरा बना रहता है।
वहीं कुछ कीटनाशक हमारी सेहत के लिए जानलेवा भी साबित होते हैं। यही कारण है कि भारत सरकार (Indian government) ने दर्जनों कीटनाशकों पर रोक लगा दी है।
भारत में प्रतिबंधित कीटनाशकों (Banned Pesticides) की नीचे पूरी लिस्ट (List) है. इन कीटनाशकों की बिक्री भी पूरी तरह से बैन कर दी गई है।
इनमें से कुछ फॉर्मुलेशन (Formulation) के लिए भी प्रतिबंधित हैं. वहीं कुछ कीटनाशकों का इस्तेमाल सीमित कर दिया गया है यानी विशेषज्ञों (Experts) की सलाह और लिखित परमिशन (Permission) के आधार पर ही इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।
भारत में सीमित उपयोग के लिए कीटनाशकों की लिस्ट
एल्युमिनियम फास्फाइड (Aluminum Phosphide) – इसे केवल सरकारी उपक्रमों और संगठनों में ही बेचा जा सकता है. इसके छिड़काव (Spraying) पर भी सख्त निगरानी (Strict Monitoring) रहेगी। इसके इस्तेमाल के लिए सरकारी विशेषज्ञों (Government Experts) या कीट नियंत्रण संचालकों की अनुमति लेनी होगी।
कैप्टाफोल (Captafol) – इस कीटनाशक का पर्ण स्प्रे (Foliar Spray) यानी सीधा छिड़काव पूरी तरह से प्रतिबंधित है, लेकिन परमिशन के आधार पर इसे सीड ड्रेसर (Seed Dresser) के तौर पर ही इस्तेमाल कर सकते हैं।
साइपरमेथ्रिन (Cypermethrin) – इस कीटनाशक दवा के 3% स्मोक जेनरेटर (Smoke Generator) का इस्तेमाल सिर्फ कीट नियंत्रण ऑपरेटरों (Pest Control Operators) की ओर से ही किया जाएगा। किसान (Farmers) या आम जनता के लिए ये दवा प्रतिबंधों है।
डैज़ोमेट (Dazomet) – चाय की बागानों (Tea Gardens) में डैज़ोमेट कीटनाशक दवा का इस्तेमाल पूरी तरह से प्रतिबंधित है. बाकी जगह विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार ही उपयोग की अनुमति लेनी होगी।
डीडीटी (DDT) – ये कीटनाशक दवा केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health) में इस्तेमाल के लिए प्रतिबंधित है।
फेनिट्रोथियोन (Phenitrothion) – इस कीटनाशक दवा का सीमित इस्तेमाल अनुसूचित रेगिस्तानी क्षेत्र (Desert Area) और टिड्डी नियंत्रण (Locust Control) के लिए कर सकते हैं. कृषि कार्यों (Agricultural Operations) से लिये प्रतिबंधों के अधीन आता है.
मिथाइल ब्रोमाइड (Methyl Bromide) – इस कीटनाशक दवा के इस्तेमाल के लिए सरकारी विशेषज्ञ या कीट नियंत्रण संचालक की अनुमति (Permission) का होना जरूरी है। इसे सिर्फ सरकारी माध्यमों से ही बेचा जा सकता है।
मोनोक्रोटोफोस
(Monocrotophos) – कृषि में मोनोक्रोटोफास का इस्तेमाल कई फसलों (Crops) पर छिड़काव के लिए किया जाता है, लेकिन सब्जी (Vegetable) फसलों पर इसका छिड़काव प्रतिबंधित है।
ट्राइफ्लुरलिन (Trifluraline) – गेहूं की खेती के लिए ये कीटनाशक बैन (Ban) है. गेहूं की फसल पर इसका छिड़काव नहीं किया जा सकता।
इन 4 कीटनाशकों के फॉर्मूलेशन पर लगा प्रतिबंध
1. कार्बोफ्यूरान 50% SP
2. मिथोमिल 24% L
3. मिथोमिल 12.5% L
4. फॉस्फेमीडेन 85% L
भारत में पूरी तरह से प्रतिबंध कीटनाशकों की सूची
कुछ कीटनाशक के छिड़काव से कीड़े-मकोड़े तो मर जाते हैं लेकिन फसलों को उन कीटनाशकों से भारी नुकसान होता है। इसी को देखते हुए भारत सरकार ने खतरनाक केमिकल से बने लगभग 200 से अधिक कीटनाशकों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
1. एल्डीकार्ब
2. एल्ड्रिन
3. बेनोमाइली
4. बेंजीन हेक्साक्लोराइड
5. कैल्शियम साइनाइड
6. कार्बेरिल
7. क्लोरबेंजिलेट
8. क्लोरडेन
9. क्लोरोफेनविनफोस
10. कॉपर एसीटोआर्सेनाइट
11. डीडीटी
12. डायजिनॉन
13. डिब्रोमोक्लोरोप्रोपेन (डीबीसीबी)
14. डायलड्रिन
15. एंड्रीन
16. एथिल मर्करी क्लोराइड
17. एथिल पैराथियोन
18. मेनाज़ोन
19. मेथॉक्सी एथिल मर्करी क्लोराइड
20. मिथाइल पैराथियान
21. मेटोक्सुरोन
22. निकोटीन सल्फेट
23. नाइट्रोफेन
24. पैराक्वाट डाई मिथाइल सल्फेट
25. पेंटाक्लोरोफेनोल (पीसीपी)
26. पेंटोक्लोरो नाइट्रोबेंजीन (पीसीएनबी)
27. फिनाइल मर्करी एसीटेट (पीएमए)
28. सोडियम साइनाइड
29. सोडियम मीथेन अर्सोनेट
30. टेट्राडिफ़ोन
31. थियोमेटन
32. एथिलीन डाइब्रोमाइड
33. फेनारिमोल
34. फेंथियन
35. हेप्टएक्लोर
36. टोक्साफीन
37. ट्राई क्लोरोएसिटिक एसिड (TCA)
38. त्रिदेमोर्फ