रांची: राजधानी रांची में कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) के अवसर पर मंगलवार को स्वर्ण रेखा नदी (Sawar Rekha) सहित अन्य नदियों में श्रद्धालुओं (Devotees) ने आस्था की डुबकी लगायी।
सुबह से ही महिलाएं, पुरुष और बच्चे स्वर्ण रेखा नदी पहुंचे और स्नान किया। इसके बाद कई लोग परिवार के साथ वहीं पर भगवान सत्यनारायण की कथा सुनी। साथ ही कई लोग स्वर्ण रेखा नदी में स्नान-दान और पूजा-अर्चना भी कर रहे थे।
गंगा स्नान के साथ दीप दान का विशेष महत्व होता
बताया गया कि बहुत पहले से स्वर्ण रेखा नदी में कार्तिक पूर्णिमा में मेला लगता है।
इस मेले में कोकर, नामकुम, चुटिया, डोरंडा, जगरन्नाथपुर नगड़ी, बेड़ो, रामपुर, बुंडू, तमाड़, खूंटी, सिल्ली, ओरमांझी सहित कई इलाकों से श्रद्धालु पहुंचते है। पं
डित मनोज पाठक ने कहा कि हिंदू धर्म में व्रत, त्योहार और स्नान का विशेष महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा और सरोवर में स्नान कर पुण्य प्राप्ति के लिए लोग गंगा घाटों पर पहुंचते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन रोहिणी नक्षत्र पर गंगा स्नान के साथ दीप दान का विशेष महत्व होता है।