रांची: कांग्रेस के विधायक डॉ. इरफान अंसारी, नमन बिक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप से जुड़े कैश कांड मामले (All three MLAs Cash Scam Case) में ED मनी लांडरिंग की जांच करेगी।
ED ने तीनों विधायकों के खिलाफ मनी लांडरिंग (Money Laundering) के तहत मामला दर्ज किया है। कैश कांड मामले की जांच कोलकाता पुलिस भी कर रही है।
तीनों विधायकों के खिलाफ विधायक दल के नेता आलमगीर आलम (Alamgir Alam) की शिकायत पर स्पीकर के न्यायाधिकरण में भी दलबदल का मामला चल रहा है।
अनूप सिंह ने जीरो FIR दर्ज करवाई
उल्लेखनीय है कि 30 जुलाई को तीनों विधायकों को कोलकाता पुलिस ने NH-16 पर रानीहाटी के पास 49 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया था।
बाद में इस मामले की जांच कोलकाता CID को ट्रांसफर कर दी थी। विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने झारखंड की मौजूदा हेमंत सरकार (Hemant Sarkar) को गिराने के एवज में ये रुपये लिए थे।
विधायकों का तर्क था वे लोग विश्व आदिवासी दिवस (World Tribal Day) पर वितरण के लिए साड़ी और फुटबॉल खरीदने जा रहे थे।
30 जुलाई को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में तीनों विधायकों को गिरफ्तार के बाद रांची स्थित अरगोड़ा थाने में बेरमो से विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने जीरो FIR दर्ज करवाई।
मामले की जांच CID को सौंप दी
प्राथमिकी में कहा गया था कि गिरफ्तार तीनों विधायक ने उन्हें हेमंत सरकार को गिराने के एवज में मंत्रीपद और 10 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था।
तीनों विधायकों ने उनको कोलकाता बुलाया था, जहां से वे गुवाहाटी जाने वाले थे। गुवाहाटी में उनकी मुलाकात असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से होनी थी।
रांची पुलिस (Ranchi Police) ने इस जीरो FIR को कोलकाता पुलिस को ट्रांसफर कर दिया था। पश्चिम बंगाल सरकार ने मामले की जांच CID को सौंप दी थी।