नई दिल्ली: Sorry काश यह शब्द सुनकर श्रद्धाआफताब (Shraddha Aftab) की बातों में ना आई होती तो शायद आज श्रद्धा हम सबके बीच होती।
श्रद्धा आज जिंदा (Alive ) होती यदि उसने आफताब अमीन के सॉरी पर यकीन (Believe) न किया होता।
मिली जानकारी के अनुसार श्रद्धा के घरवालों ने आरोप लगाया है कि आफताब उनकी बेटी के साथ मारपीट (Beat) भी किया करता था।
इस मारपीट से परेशान होकर एक बार वह अफताब को छोड़कर अपने घर भी आ गई थी, लेकिन बाद में आफताब ने सॉरी बोला तो वह फिर उसके साथ चली गई और साथ में रहने लगी।
उस वक्त अगर श्रद्धा आफताब के साथ नहीं गई होती तो आज श्रद्धा जिंदा होती। श्रद्धा के घरवाले शुरू से नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी इस रिश्ते (Relationship) में आगे बढ़े।
श्रद्धा के पिता अब उस पल को कोस रहे हैं और साथ ही कह रहे हैं कि कैसे आफताब से मिलने के बाद उसकी जिंदगी बदल गई।
प्यार में अंधी हो चुकी थी श्रद्धा
कहते हैं प्यार(Love) अंधा (Blind) होता है कुछ ऐसा ही श्रद्धा के साथ भी हो रहा था। घरवालों की बात छोड़िए श्रद्धा ने आफताब के लिए दोस्तों (Friends) की भी बात नहीं मानी।
महाराष्ट्र के पालघर में रहने वाले श्रद्धा के दोस्त ने बताया कि वह आफताब के साथ 2018 से रिलेशनशिप में थी। शुरुआत में ठीक था लेकिन बहुत जल्द आफताब उसे मारने पीटने (Beating) लगा। ऐसा करने पर भी वह आफताब को छोड़ न सकी। नौकरी (Job) के लिए दोनों दिल्ली (Delhi) शिफ्ट हो गए।
आफताब अमीन के साथ लिव-इन (Live-in) में रह रही श्रद्धा की हत्या (Murder) का असल कारण दोनों के रिश्तों में कुछ दिनों से खटास (Sourness) आना बताया जा रहा है। दोनों एक-दूसरे पर शक (Doubting) करने लगे थे इसी बात को लेकर आए दिन दोनों के बीच झगड़ा (Fight) होता था।
दोस्तों को भी हो रहा था शक
श्रद्धा के एक दोस्त लक्ष्मण ने कहा कि उसे जुलाई में ही श्रद्धा को लेकर आशंका थी। उसकी तरफ से कोई जवाब या मैसेज नहीं आ रहा था और उसका फोन भी बंद था।
कई और दूसरे दोस्तों से भी पूछताछ के बाद भी जब कोई जानकारी नहीं मिली तब हमने उसके भाई को बताया और पुलिस से संपर्क किया।
श्रद्धा के पिता विकास मदान ने बताया कि कैसे वह आफताब से मिलने के बाद बदल गई थी। कई बार बेटी को समझाने की कोशिश की थी कि हमारे यहां ऐसा नहीं होता लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ।
आफताब के लिए हर किसी से लड़ती थी श्रद्धा
विकास मदान ने FIR में बताया है कि जब हमने इस रिलेशनशिप का विरोध (Opposed) किया तो श्रद्धा यह कहकर घर से चली गई थी कि भूल जाना कि मैं आपकी बेटी हूं।
पिता को अब अफसोस हो रहा है कि काश श्रद्धा ने उनकी बात मान ली होती तो वह आज जिंदा होती। पुलिस ने 12 नवंबर को आफताब को गिरफ्तार किया।
इस दौरान वह गुरुग्राम में जॉब करता रहा। किसी को इसके उपर शक नहीं हुआ। यह किसी से अधिक बोलता भी नहीं था। फ्लैट 9 हजार रुपये महीने के किराए पर लिया गया था।
जिसका समय से यह किराया दे देता था। पुलिस ने इसे इसके मोबाइल फोन की लोकेशन (Location) और अन्य तकनीकी मदद (Technical Help) से पकड़ा।
अफताब के क्रिमिनल रिकॉर्ड की जांच कर रही पुलिस
जिस आफताब पर श्रद्धा ने इतना यकीन किया जिसके लिए श्रद्धा हर किसी से लड़ गई वहीं शख्स उसके लिए जल्लाद बन गया।
अब जो कहानी सामने आ रही है उससे ऐसा लगता है कि उसने सही मायने में आफताब ने श्रद्धा से कभी मोहब्बत (Love) की ही नहीं। उसके दिमाग में कुछ और ही शुरू से चल रहा था।
पुलिस का कहना है आफताब को अपने किए पर कोई पछतावा भी नहीं है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या अफताब ने श्रद्धा से पहले भी किसी लड़की के साथ ऐसा अपराध किया है या फिर अफताब का पहले का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड (Criminal Record) है या नहीं।