रांची: रांची के केंद्रीय मनश्चिकित्सा संस्थान (CIP) ने शनिवार को दिव्यांग दिवस (Disabled Day) के उपलक्ष्य में रैली का आयोजन किया।
यह रैली CIP से शुरू हुई और कांके के न्यू मार्केट (New Market) पर समाप्त हुई। रैली का नेतृत्व CIP के निदेशक वासुदेव दास ने किया।
बताया गया कि दिव्यांग व्यक्तियों के अंतरराष्ट्रीय दिवस (International Day of Persons with Disabilities) का वार्षिक पालन संयुक्त राष्ट्र महासभा की ओर से वर्ष 1992 में घोषित किया गया था और हर साल तीन दिसंबर को श्रद्धा और उत्साह के साथ दिव्यांग दिवस मनाया जाता है।
इसका उद्देश्य किसी भी प्रकार के दिव्यांग व्यक्तियों के कारणों जरूरतों और हितों से जुड़े सकारात्मक (Positive) और साथ ही तथ्यात्मक समझ को बढ़ाना है।
दिव्यांगता से जुड़ी भ्रांतियों और पूर्वाग्रहों के बारे में बात
मौके पर CIP के निदेशक ने दिव्यांगता से जुड़ी भ्रांतियों और पूर्वाग्रहों के बारे में बात की और उपस्थित लोगों को दिव्यांगता के बारे में तथ्यों और वास्तविकताओं से अवगत कराया।
उन्होंने एक दृढ़ विचार रखा कि आजकल विकलांगता (Disability) या अक्षमता के पुराने शब्द जाल नहीं रह गए हैं। उन लोगों के पास भी पर्याप्त कौशल है जो सामान्य लोगों में भी मौजूद नहीं हो सकते हैं।
अब उनके नित्य कौशल और क्षमताओं को पहचानने के लिए विशेष रूप से सक्षम नामकरण प्रख्यापित किया गया है।
कार्यक्रम में केंद्रीय मनश्चिकित्सा संस्थान (Central Institute of Psychiatry) के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. अविनाश शर्मा, डॉ दीपाजन भट्टाचार्जी, डॉ. नेहा सईद, डॉ. सुरेंद्र पालीवाल सहित अन्य स्थानीय लोग मौजूद थे।