गुमला: CM हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के 12 दिसंबर को गुमला में आयोजित कार्यक्रम को देखते हुए शनिवार को उपायुक्त सुशांत गौरव (Sushant Gaurav) ने कार्यक्रम की तैयारियों का निरीक्षण किया।
उपायुक्त ने सर्किट हाउस , पुग्गु स्थित हवाई अड्डा मैदान तथा घाघरा स्थित सरकारी भवनों का निरीक्षण लिया। पग्गू हवाई अड्डा (Paggu Airport) के समीप मैदान में मुख्यमंत्री के राजनैतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। जिसकी विधि व्यवस्था की तैयारी जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी।
उपायुक्त ने विधि व्यवस्था संबंधित सभी मुख्य बिंदुओं को देखते हुए संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान आने वाली भीड़ पर भी समीक्षा की।
अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिये
अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कार्यक्रम में किसी तरह की कोताही न हो, उसका विशेष ध्यान रखने को कहा।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में हजारों की संख्या में जनता की भीड़ की संभावना को देखते हुए टेंट एवं बैठकी (Tents and Seating) की सुविधा पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही।
उपायुक्त ने मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर लगाने और यातायात में किसी तरह का व्यवधान न हो, उसे लेकर भी अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिये।
मौके पर उन्होंने कहा कि CM के कार्यक्रम को लेकर विधि व्यवस्था के मद्देनजर अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिये। कार्यक्रम के दौरान यातायात नियमित रूप से संचालित हो, उसके लिए भी वाहनों को निर्धारित करने पर भी चर्चा की गई है।
उपायुक्त ने सर्किट हाउस (Circuit House) की व्यवस्था का भी जायजा लिया एवं वहां की सारी विधि व्यवस्था को देखकर उन्होंने कई दिशा निर्देश दिया।
तैयारी के लिउ कई बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया
उन्होंने मुख्यमंत्री के रहने हेतु किसी भी प्रकार की परेशानियों की गुंजाइश न हो , इसका ध्यान रखने को कहा। घाघरा प्रखंड (Ghaghra block) के दौरे के क्रम में उपायुक्त ने सड़कों से लेकर सभी सरकारी भवनों का निरीक्षण किया।
सोमवार को पीडब्ल्यूडी के पानी टंकी का उद्घाटन किया जाना है , जिसके उपलक्ष्य में राजकीयकृत प्राथमिक विद्यालय गम्हरिया के परिसर में मुख्यमंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है।
इसकी तैयारी के लिउ कई बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया । उपायुक्त ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक सभाकक्ष में सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए अपने विभाग के सभी क्रियाकलापों को दुरुस्त रखने के साथ पूरी तरह अलर्ट (Alert) रहने की बात कही गई।