रांची: 10 अप्रैल को देवघर त्रिकुट पहाड़ पर हुए रोपवे हादसा ( Trikut mountain Ropeway accident) एवं 10 जून को रांची के मेन रोड में हुई हिंसा से संबंधित रिपोर्ट झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) ने मांगी है।
इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को पत्र भी लिखा है। राज्य में पिछले दिनों घटित इन दो विशेष घटनाओं की तरफ ध्यान आकृष्ट कराया है।
दोनों मामलों की जांच के लिए गठित की गई थी टीम
उन्होंने उल्लेख किया है कि 10 अप्रैल 2022 को देवघर जिला में त्रिकूट पहाड़ी पर रोप-वे की दुर्घटना हुई थी। दुर्घटना की जांच के लिए राज्य सरकार (State government) द्वारा 19 अप्रैल 2022 को एक समिति गठित की गयी थी।
समिति को 2 माह में जांच प्रतिवेदन समर्पित करना था। ठीक इसी प्रकार रांची शहर में 10 जून, 2022 को सांप्रदायिक हिंसा एवं पुलिस फायरिंग की गंभीर घटना घटित हुई
। घटना की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा वरीय पदाधिकारियों की एक समिति का गठन किया गया था जिसे 2 माह में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करना था।
इन दोनों घटनाओं के संबंध में अभी तक संबंधित जांच समितियों द्वारा कोई जांच प्रतिवेदन राज्य सरकार को प्रस्तुत नहीं किया गया है।
राज भवन द्वारा मुख्य सचिव से इस विषय पर जानकारी मांगी गई थी, जिसके जबाव में मात्र देवघर रोप-वे दुर्घटना (Deoghar Ropeway accident) से संबंधित एक अपूर्ण प्रतिवेदन प्रेषित किया गया है जिसमें उक्त दुर्घटनाओं के कारणों की तकनीकी जांच लंबित होने का उल्लेख है।
अखबारों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार रांची सांप्रदायिक घटना की जांच के लिए गठित समिति द्वारा जांच की कार्रवाई काफी पूर्व से ही बंद कर दी गयी है।
राज्य सरकार के स्तर से कोई अनुश्रवण नहीं किया गया है
राज्यपाल के मुताबिक यह यह आश्चर्यजनक है कि ऐसी महत्वपूर्ण घटनाओं की जांच में राज्य सरकार के स्तर से कोई अनुश्रवण नहीं किया गया है।
इस कारण इन घटनाओं की जबावदेही तथा भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए उपाय नहीं किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि इन दोनों घटनाओं की जांच अतिशीघ्र पूर्ण कराते हुए दोषी व्यक्तियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाये।
साथ ही जांच प्रतिवेदन से तथा कार्रवाई (Action) के फलाफल से उन्हें अवगत कराया जाये कि दोनों संबंधों में जांच कहां तक पहुंची और अब तक की जांच में क्या कुछ जानकारी प्राप्त हुई।