रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ED ) ने रिम्स प्रबंधन को पत्र लिखा है। पत्र में पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) को जेल मैनुअल का पालन कराने को कहा गया है। ED ने पत्र लिखकर पिछली घटनाओं के बारे में रिम्स प्रबंधन को पूरी जानकारी दी है।
जब पंकज मिश्रा को न्यायिक हिरासत के दौरान RIMS में अक्सर लोगों से मिलने की अनुमति दी गई थी। पंकज मिश्रा ने अपने खिलाफ जांच को प्रभावित करने के लिए फोन भी किए।
ED ने लिखे पत्र में कहा है कि जानकारी मिली है कि अवैध खनन घोटाले (Illegal Mining Scam) के विचाराधीन कैदी पंकज मिश्रा वर्तमान में न्यायिक हिरासत में एक बार फिर इलाज के लिए रिम्स ले जाया गया है।
पिछली बार जब वह रिम्स में थे, तो उनके खिलाफ गंभीर शिकायतें मिली थीं। फोन करने के साथ ही लोगों से मिलने की जानकारी तक सामने आयी थी।
खुलेआम मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था पंकज मिश्रा
पत्र में कहा गया है कि पिछली बार Rims में इलाज कराने के दौरान पंकज मिश्रा ने कॉटेज में पुलिस अधिकारियों और आम लोगों से मुलाकात की। वह खुलेआम मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था। ऐसा रिम्स प्रबंधन की मिलीभगत के बिना संभव नहीं था।
ED ने रिम्स प्रबंधन को आगाह किया है कि वह सुनिश्चित करे कि इस बार पिछली बार जैसी पुनरावृत्ति नहीं होगी।
पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि जेल मैनुअल के उल्लंघन और विचाराधीन कैदी द्वारा जांच को प्रभावित के लिए रिम्स प्रबंधन ही उत्तरदायी होगा। ऐसे में एजेंसी रिम्स के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
उल्लेखनीय है कि पंकज मिश्रा को यूरिन इन्फेक्शन (Urine infection) की समस्या के बाद रिम्स में भर्ती कराया गया है। पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि है। ED ने उन्हें एक हजार करोड़ रुपये के अवैध पत्थर खान मामले में गिरफ्तार किया था।