पटना: केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे (Ashwini Kumar Choubey) के छोटे भाई का दिल का दौरा पड़ने से बिहार (Bihar) के भागलपुर जिले (Bhagalpur District) के मायागंज अस्पताल (Mayaganj Hospital) में निधन हो गया।
सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। हालांकि, परिवार ने दावा किया कि जिस अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था, उसके ICU वार्ड (ICU Ward) में कोई डॉक्टर नहीं था।
मंत्री के भाई निर्मल चौबे ने शुक्रवार रात दिल में दर्द होने की शिकायत की। इस पर उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें ICU में भर्ती किया गया। मृतक के रिश्तेदार चंदन चौबे के मुताबिक ICU में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था, इसे नर्सें संभाल रही थीं।
परिजनों का हंगामा देख डॉक्टर अस्पताल से भाग गए
चंदन ने कहा, उन्होंने दिल में दर्द की शिकायत की और खून की उल्टी की। हम तुरंत उन्हें अस्पताल (Hospital) ले गए, जहां वे दो घंटे तक ICU में रहे और इलाज के अभाव में उनकी मौत हो गई।
केंद्रीय मंत्री के संदर्भ देने के बावजूद, कर्मचारियों ने कुछ नहीं किया। जब एक केंद्रीय मंत्री (Central Minister) के भाई का यहां ऐसा हश्र हो सकता है, आम आदमी की दुर्दशा की कल्पना की जा सकती है।
निर्मल चौबे (Nirmal Chobey) के परिजनों ने हंगामा किया तो डॉक्टर अस्पताल से भाग गए।
दो डॉक्टरों को अस्पताल ने किया निलंबित
आरोपों का जवाब देते हुए अस्पताल के अधीक्षक डॉ. असीम कुमार दास ने कहा, अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों ने उन्हें दवा दी थी और उन्हें ICU में स्थानांतरित कर दिया था।
लेकिन ICU में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। हमने दो डॉक्टरों को अस्पताल में उनकी अनुपस्थिति के लिए निलंबित कर दिया है।
भागलपुर के SP अजय कुमार चौधरी (Ajay Kumar Choudhary) ने कहा, हमें अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है. शिकायत दर्ज होने के बाद हम कार्रवाई करेंगे.