प्रयागराज: प्रयागराज (Prayagraj) के उमेश पाल मर्डर हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल उमेश पाल मर्डर हत्याकांड की साजिश बरेली जेल के गोदाम में रची गई थी। बरेली जेल (Bareilly Jail) में बंद अशरफ की जेल अफसरों के हुक्म से गैरकानूनी (Illegal) मुलाकातें कराई जाती थी। DIG की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। इसमें जेलर राजीव मिश्रा और डिप्टी जेलर (Deputy Jailer) दुर्गेश प्रताप सिंह शामिल थे।
जेल आरक्षी शिवहरि शामिल था इस मामले में
जांच में पता चला है कि जेल आरक्षी (Prison Guard) शिवहरि इस मामले में शामिल था। शिवहरि और मनोज गौड़ की अपराधियों से साठगांठ का भी पता चला है। पूरे मामले में अभी तक केवल निलंबन और विभागीय कार्रवाई की ही सिफारिश की गई है।
जेल अधिकारियों की मिलती थी मोटी रकम
जांच रिपोर्ट (Investigation Report) से पता चला है कि जेल में बंद अतीक के भाई अशरफ से गोदाम में मिलने के लिए 6-7 लोग मिलने आते थे। इसके लिए 3-4 ID का ही इस्तेमाल किया जाता था। इसके बदले में सद्दा और लल्ला गद्दी जेल अधिकारियों को मोटी रकम देते थे।
सब्जी विक्रेता ने भी किए कई बड़े खुलासे
शिवहरि के साथ गिरफ्तार किए गए सब्जी विक्रेता दयाराम ने भी पूछताछ के दौरान कई खुलासे किए हैं। 11 फरवरी को दोपहर 1.22 बजे 7-8 लोग जेल में मिलने आए थे। इस दिन मुलाकात के लिए असद का आधार कार्ड (Aadhar Card) भी दिया गया था। दो घंटे बिताने के बाद दोपहर 3.14 बजे सभी जेल से बाहर निकले थे। 26 सितम्बर, 2021 से 26 जून, 2022 के बीच जेल में नौ मुलाकात हुईं।
अतीक के करीबी को STF ने उठाया
STF ने अतीक अहमद के करीबी गुड्डू राइफल को कौशांबी से उठाया है। STF ने मंगलवार (14 मार्च) की रात करारी कोतवाली के नेवारी गांव में दबिश देकर महमूद उर्फ गुड्डू राइफल को हिरासत में लिया। गुड्डू राइफल माफिया अतीक अहमद का करीबी है। उसके खिलाफ कई केस दर्ज है। इसका अतीक के यहां भी आना जाना था।
सूत्रों की माने तो हत्याकांड के बाद 3 संदिग्ध लोग चार पहिया वाहन से आकर गुड्डू राइफल (Guddu Rifle) के यहां ठहरे थे।
अब तक नहीं पकड़े गए असली गुनाहगार
इस हत्याकांड में अभी तक पुलिस की नाकामी सामने आई है। अभी तक उमेश पाल हत्याकांड के असल गुनहगार पकड़े नहीं जा सके हैं। CCTV में बम और गोली चलाने वाले अपराधियों पर इनाम की राशि बढ़ती जा रही है लेकिन बदमाशों की गिरफ्तारी करने में पुलिस नाकाम रही है।