इंदौर: शहर के श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर (Shri Beleshwar Mahadev Jhulelal Temple) में Ram Navami पर गुरुवार को बावड़ी की छत धंसने की घटना में अब तक 13 लोगों की मौत हो गई है।
बावड़ी में 30 से अधिक लोग गिरे थे, जिनमें से 11 लोगों के शव निकाले गए, जबकि पुलिस (Police) ने रस्सियों की मदद से 19 लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया था, जिनमें से दो लोगों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
करीब 40 फीट गहरी बावड़ी में चार से पांच फीट पानी है। नगर निगम तीन पम्प की मदद से पानी निकाल रहा है। आशंका है कि अभी भी कुछ लोग बावड़ी में फंसे हुए हैं।
पानी निकालने के बाद दोबारा राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने हादसे के पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजा की घोषणा की है।
प्रदेश के गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।
19 लोगों को घायल हालत में निकालकर अस्पताल पहुंचाया
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शहर के सपना संगीता रोड पर स्नेह नगर स्थित बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के दौरान हादसा हुआ। यहां 25 से ज्यादा लोग बावड़ी की छत पर बैठे थे।
तभी ज्यादा वजन होने की वजह से उसकी छत टूट गई और लोग नीचे गिर गए। गिरने वालों में बच्चे और महिलाएं भी थीं। पुलिस और श्रद्धालुओं ने रस्सियों से लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय अधिकारी और बचाव व राहत कर्मियों ने रेस्क्यू अभियान चलाया।
इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी. के अनुसार बावड़ी से अब तक 11 शव निकाले गए हैं, जबकि 19 लोगों को घायल हालत में निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया।
इस दौरान दो लोगों की उपचार के दौरान मौत हो गई। इस तरह अब तक इस हादसे में कुल 13 लोगों की मौत हुई है।
दिवंगतों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में पुरानी बावड़ी के धंस जाने से लोगों की असामयिक मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि है यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।
अनेक प्रयासों के बाद कुछ नागरिकों को बचाया नहीं जा सका। घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में दिवंगत लोगों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की जाएगी।
घायलों के नि:शुल्क उपचार के साथ 50 हजार प्रति घायल को राशि प्रदान की जाएगी।
हादसे की जांच के आदेश दिए
गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि बावड़ी से 11 शव निकाले गए, जिनमें से 10 महिलाओं के हैं। अभी तक हादसे में हम 13 लोगों को खो चुके हैं।
मौके पर प्रशासन रेस्क्यू कार्य (Rescue Operation) में जुटा हुआ है। हादसे की जांच के आदेश भी दिए जा चुके हैं।
जिन लोगों का बचाव किया गया है, उनका इलाज किया जा रहा है।
हादसे में मरने वालों में अब तक 11 की पहचान हुई है। इनमें लक्ष्मी (70) पत्नी रतीलाल पटेल निवासी पटेल नगर, इंद्र कुमार (53) पुत्र थामावदास हरवानी निवासी साधु वासवानी नगर, भारती कुकरेजा (58) पत्नी परमानंद कुकरेजा निवासी साधु वासवानी नगर, जयवंती (84) पत्नी परमानंद खूबचंदानी निवासी स्नेह नगर, दक्षा पटेल (60) पत्नी लक्ष्मीकांत पटेल निवासी पटेल नगर, मधु (48) पत्नी राजेश भम्मानी निवासी सर्वोदय नगर, मनीषा मोटवानी पत्नी आकाश मोटवानी निवासी साधु वासवानी नगर, गंगा पटेल (58) पत्नी गगन दास निवासी पटेल नगर, कनक पटेल (32) निवासी पटेल नगर, पुष्पा पटेल (49) निवासी पटेल नगर और भूमिका खानचंदानी (31) निवासी पटेल नगर शामिल हैं।